केन्द्र से अनियमित आपूर्ति के कारण पश्चिम बंगाल में टीकाकरण की गति धीमी: अधिकारी
By भाषा | Updated: July 12, 2021 20:38 IST2021-07-12T20:38:25+5:302021-07-12T20:38:25+5:30

केन्द्र से अनियमित आपूर्ति के कारण पश्चिम बंगाल में टीकाकरण की गति धीमी: अधिकारी
कोलकाता, 12 जून यह आरोप लगाते हुए कि केन्द्र की ओर से कोविड-19 टीके की अनियमित आपूर्ति के कारण पश्चिम बंगाल में टीकाकरण अभियान धीमा हुआ है, स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को बताया कि राज्य सरकार को सभी 23 जिलों में टीकों के समान वितरण में दिक्कत आ रही है।
उन्होंने कहा कि बंगाल को अभी तक टीके की 2.30 करोड़ खुराक मिली हैं और 1.77 करोड़ से ज्यादा लोगों ने पहली खुराक और 62 लाख से ज्यादा लोगों दोनों खुराक ली है।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने अपने कोष से 59 करोड़ रुपये खर्च करके टीके की 18 लाख खुराक खरीदी है।
अधिकारी ने पीटीआई/भाषा को बताया, ‘‘पश्चिम बंगाल में टीकाकरण अभियान कछुए की गति से चल रहा है। इसका कारण केन्द्र से हो रही अनियमित आपूर्ति है। अगर ऐसा ही चलता रहा तो, (टीकाकरण) अभियान रोकना पड़ेगा।’’
उन्होंने कहा कि राज्य के पास प्रतिदिन कम से कम पांच लाख लोगों को टीका लगाने की क्षमता और बुनियादी ढांचा है।
उन्होंने रेखांकित किया, ‘‘उत्तर प्रदेश और बिहार में टीकाकरण केन्द्रों पर स्वास्थ्य अधिकारी टीका लिए खाली बैठे हैं। यहां हालात उससे अलग हैं। हमें पर्याप्त खुराक नहीं मिल रही है। अगर आपूर्ति सामान्य होती तो हमने लाखों लोगों को टीके लगाए होते।’’
अधिकारी के मुताबिक, सरकार को टीके के समान वितरण में दिक्कत आ रही है। उन्होंने कहा, ‘‘अगर हम राज्य के उत्तरी भाग के जिलों को टीके देते हैं तो दक्षिण बंगाल प्रभावित होता है। हमें आपूर्ति के अनुरुप योजना बनानी होगी। दूसरी खुराक का इंतजार कर रहे लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी।
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