कोबरा को मारना एहसान को पड़ गया भारी! दावा- 7 महीने में 7 बार पीछा कर डंसा सांप ने, खेतों में जानें से अब डरता है मजदूर
By आजाद खान | Published: April 18, 2022 12:47 PM2022-04-18T12:47:38+5:302022-04-18T13:01:55+5:30
एहसान की माने तो वह जहां भी काम करने के लिए जाता है, वह कोबरा वहां चला आता है और उस पर वार करता है।
लखनऊ:उत्तर प्रदेश के रामपुर में दो सांपों के जोड़ो में से एक को मारना एहसान के लिए भारी पड़ गया है। दरअसल, एहसान एक किसान है और वह दूसरों के खेतों में मजदूरी करता है। खेतों में मजूदूरी के दौरान एहसान का सांपों के एक जोड़े के साथ सामना हुआ था जिसे देख उसने एक सांप को मौके पर ही मार डाला था। इस घटना के बाद एहसान वहां से फरार हो गया था। बताया जा रहा है कि वह सांप कोबरे नस्ल के थे। एहसान की माने तो कोबरे की साथी के मरने के बाद दूसरा सांप उसका पीछा कर रहा है और उसे कई बार डंस चुका है। एहसान ने बताया कि वह सांप उसे कभी हाथों पर वार करता है तो कभी उसके पैर में उसे डंसता है। सही समय पर अस्पताल जाने के कारण उसकी जान बच जाती है।
7 महीने में 7 बार डंस चुका है
यूपीतक की एक खबर के मुताबिक, यह घटना रामपुर के स्वार तहसील क्षेत्र के मिर्जापुर गांव की है। यहां पर रहने वाले एहसान उर्फ बबलू पिछले सात महीने में सात बार कोबरे का शिकार हो चुका है। बताया जा रहा है कि कोबरे के एक जोड़े में से एक सांप को मारने के बाद, दूसरे सांप ने उससे बदला लेना शुरू कर दिया है। इसके तहत पिछले सात महीने में कोबरे ने एहसान को सात बार काटा है और वह सातो बार बचने में कामयाब हो पाया है। एहसान के अनुसार, सही समय पर गांव वाले पहुंच जाते है जिससे उसका इलाज ठीक से हो पाता है और वह बच जाता है।
बिना आहट किए चुपके से करता है कोबरा वार
एहसान ने बताया कि वह कोबरा उसकी फिराक में रहता है और जब भी वह उसे अकेला खेतों में देखता है तो उस पर वार कर देता है। उसने यह भी बताया कि वह शांति से उसके पास आता है और उसे काट लेता है। सांप के काटने के बाद उसे पता चलता है कि उसे कोबरा ने काट लिया है। एहसान के मुताबिक, वह उसका पीछा हर जगह करता है और जब दूसरे खेतों में भी वह काम करने को जाता है तो वह कोबरा वहां भी उस पर हमला करता है।
दहशत में है एहसान
मामले में बात करते हुए एहसान ने कहा कि वह सांप के बदले को देख कर परेशान हो गया है और अब उसे डर भी लग रहा है। उसने यह भी बताया कि उसके घर वाले उसे खेतों पर जाने से रोक रहे हैं। उसे यह भी डर लग रहा है कि किसी भी वक्त कुछ भी हो सकता है। एहसान सरकार से मुआवजे की मांग कर रहा है ताकि वह घर पर बैठ सके जिससे उसकी जान बच पाए।