'हम दो-हमारे तीन.. कुल मिलाकर पांच होने चाहिए', जनसंख्या पर योगी के मंत्री ने दिया पार्टी नारे के खिलाफ बयान
By आजाद खान | Updated: December 22, 2021 11:50 IST2021-12-22T11:45:53+5:302021-12-22T11:50:55+5:30
मंत्री जी ने बीजेपी में बराबर का सम्मान मिलने की बात कही है। उन्होंने यह भी कहा कि उनके सरकार में धर्म पर कोई भेदभाव नहीं होते हैं।

'हम दो-हमारे तीन.. कुल मिलाकर पांच होने चाहिए', जनसंख्या पर योगी के मंत्री ने दिया पार्टी नारे के खिलाफ बयान
भारत:उत्तर प्रदेश सरकार के एक मंत्री ने अपने ही सरकार के खिलाफ जाकर एक बयान जारी किया है। योगी कैबिनेट में श्रम कल्याण राज्यमंत्री सुनील भराला ने अपने ही सरकार के हम दो हमारे दो के नारे पीछे छोड़ अपना एक नया नारा दिया है। उन्होंने नारा देते हुए कहा है कि हम दो हमारे दो, कुल मिलाकर पांच होने चाहिए। उनके इस नारे के पीछे उन्होंने यह तर्क दिया है कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो आने वाले दिनों में हमारा देश बूढ़ा हो जाएगा। मंत्री के इस बयान पर खूब बवाल हो रहा है। जहां भराला के पार्टी के ही नारे के खिलाफ दुसरा नारा देने के लिए उनके सहयोगी नेता उनसे नाराज हैं, वहीं आम लोग भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। मंत्री ने इसके बाद विपक्षी पार्टी सपा और AIMIM के सांसद असदुद्दीन ओवैसी पर भी हमला बोला है।
क्या कहना है श्रम कल्याण राज्यमंत्री सुनील भराला का
यूपी सरकार के श्रम कल्याण राज्यमंत्री सुनील भराला मंगलवार को बागपत के पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में विभाग के अधिकारियों के साथ मीटिंग करने पहुंचे थे। इस मौके पर प्रेस से बात करते हुए मंत्री ने कहा कि पुराना नारा जो हम दो हमारे दो है, उसे बदल देना चाहिए। उन्होंने कहा कि पुराने नारे को बदल कर अब हम दो हमारे दो, कुल मिलाकर पांच का नारा लगाना चाहिए। मंत्री जी ने अपने इस नारे के पीछे अपना ही तर्क दे डाला। मंत्री के अनुसार, अगर कुल मिलाकर पांच वाला नारा नहीं लगा तो इससे हमारा देश बूढ़ा हो जाएगा। इनके इस बयान से काफी हलचल मच गया है।
सपा और ओवैसी पर भी उठाए सवाल
सुनील भराला ने इस प्रेसवार्ता में सपा और ओवैसी को भी नहीं छोड़ा और उन पर भी सवाल उठाए। उन्होंने सपा को घेरते हुए कहा कि पिछले सरकार में केवल लाल टोपी वाले को ही लाभ मिला है।
भराला ने अपनी सरकार में बराबरी देने की बात कही और कहा कि धर्म को लेकर हमारे यहां कोई भेदभाव नहीं है। ओवैसी के बयान पर बोलते हुए भराला ने कहा कि हमारी बेटियों की शादी 21-22 वर्ष में होती है। ऐसे में बहुत कम ही ऐसी लड़कियां है जिनकी शादी 18 साल में होती है।