बढ़ते पारे ने बढ़ाई रामभक्तों की चिंता, रामलला को ठंड न लगे इसलिए लगाया गर्म बिस्तर, ब्लोअर और मच्छरदानी भी
By आजाद खान | Published: December 22, 2021 01:16 PM2021-12-22T13:16:26+5:302021-12-22T13:19:06+5:30
भगवान रामलला के शयन के लिए चांदी के तखत पर एक अलग सी व्यवस्था की गई है।
भारत: पूरे देश में ठंड बढ़ रहा है, ऐसे में इसका प्रकोप यूपी में कुछ ज्यादा ही होता है। इस बढ़ते पारे में रामलला को भी ठंड लग सकता है, यह देखते हुए राम जन्मभूमि में बालक के रूप में विराजमान रामलला के लिए भी ठंड से बचने का उपाया किया गया है। उनके शयन के लिए गद्दा रजाई और मच्छरदानी का व्यवस्था की गई है। यही नहीं रामलला को किसी प्रकार का कष्ट ने इसका पूरा ख्याल रखा गया है। ठंड से बचने के लिए पूरी रात उनके यहां ब्लोअर का भी इंतेजाम किया गया है।
कुछ ऐसी है रामलला को ठंड से बचाने की तैयारी
ठंड को देखते हुए रामलला के लिए कुछ खास इंतेजाम किए गए हैं। उन्हें सर्दी से बचाने के लिए गद्दा रजाई और मच्छरदानी की व्यवस्था कराई गई है। यही नहीं उनको जाड़े में
ठंड ने लगे इसलिए ब्लोअर का भी इंतेजाम देखने को मिला है। बता दें कि रामलला के एक भक्त ने उन्हें मखमली गद्दा और ओढ़ने के लिए मखमल की रजाई भेंट की है। इसके अलावा चांदी के तखत पर भगवान रामलला के शयन के लिए अलग व्यवस्था की गई है।
इस पर क्या बोले मुख्य पुजारी
इस पर बोलते हुए मुख्य पुजारी आचार्यसत्येंद्र दास ने कहा कि भगवान रामलला की शयन की व्यवस्थाएं पूर्वत: चली आ रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि रामलला जिस स्थल पर विराजमान हैं, उसी स्थल पर सिंहासन को हटा करके और रामलला को गद्दा और रजाई में सुलाया जाता था। उन्होंने आगे कहा कि रामलला के शयन के लिए गद्दा, रजाई और कंबल यहां पहले से ही था। लेकिन अब राम लक्ष्मण को एक साथ तथा भरत शत्रुघ्न को एक साथ रामलला के अस्थाई भवन में शयन कराया जा रहा है।