नई दिल्लीः भाजपा ने उत्तर प्रदेश, नागालैंड और कर्नाटक विधानसभा उपचुनाव के लिए 9 प्रत्याशियों की घोषणा कर दी। उत्तर प्रदेश में भाजपा, कांग्रेस, बसपा और सपा सभी चुनावी मैदान में हैं। सात सीट पर उपचुनाव हो रहा है। पूर्व क्रिकेटर और यूपी कैबिनेट मंत्री रह चुके दिवंगत चेतन चौहान की पत्नी संगीता चौहान को टिकट दिया गया है।
समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों से अपने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी है। यूपी में 7 सीटों पर विधानसभा के उपचुनाव होने हैं और इस चुनाव को 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले सत्ता के सेमीफाइनल के तौर पर भी देखा जा रहा है, जिन 7 सीटों पर उपचुनाव होना है, उनमें ज्यादातर सीटें बीजेपी के विधायक या फिर मंत्री के निधन से खाली हुई हैं।
भाजपा ने उत्तर प्रदेश की सात विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए मंगलवार को अपने छह उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया। पार्टी ने अपने दो दिवंगत नेताओं की पत्नियों को टिकट दिया है। पूर्व क्रिकेटर और राज्य सरकार में मंत्री रहे चेतन चौहन के निधन से खाली हुई नौगांवा सादात विधानसभा सीट से उनकी पत्नी संगीता चौहान को उम्मीदवार बनाया गया है।
जिन 7 सीटों पर उपचुनाव होना है इनमें पांच सीटों पर भारतीय जनता पार्टी के विधायकों के निधन के बाद खली हुईं थी। कानपुर की घाटमपुर सीट से कमल रानी वरुण, अमरोहा की नौगांव सादात से कैबिनेट मंत्री और पूर्व क्रिकेटर चेतन चौहान, देवरिया की सीट बीजेपी विधायक जन्मेजय सिंह।
बुलंदशहर की सीट बीजेपी के मुख्य सचेतक रहे विरेंद्र सिंह सिरोही और मल्हनी विधानसभा सीट विधायक पारसनाथ यादव के निधन से खाली हुई है। वहीं फिरोजाबाद की टूंडला सीट कैबिनेट मंत्री रहे एसपी सिंह बघेल के सांसद बन जाने के बाद खाली हुई, जबकि बांगरमऊ सीट बीजेपी विधायक कुलदीप सेंगर को रेप के मामले सजा होने के बाद यहां उपुचनाव हो रहा हैं।
चौहान का कोरोना संक्रमण की वजह से निधन हो गया था
चौहान का कोरोना संक्रमण की वजह से निधन हो गया था। इसी प्रकार पार्टी ने बुलंदशहर सदर सीट से पूर्व मंत्री वीरेंद्र सिंह सिरोही की पत्नी उषा सिरोही को मैदान में उतारा है। वीरेंद्र सिंह के निधन से यह सीट रिक्त हुई थी। गौरतलब है कि विधायकों के निधन तथा अन्य कारणों से रिक्त हुई नौगावां सादात (अमरोहा), बुलंदशहर, टुंडला (फिरोजाबाद), स्वार (रामपुर), बांगरमऊ (उन्नाव), घाटमपुर (कानपुर देहात), मल्हनी (जौनपुर) और देवरिया सदर सीट पर उपचुनाव होने हैं।
टुंडला से पार्टी ने प्रेमपाल धनगर, बांगरमऊ से श्रीकांत कटियार, घाटमपुर से उपेंद्र पासवान और मल्हनी से मनोज सिंह को टिकट दिया है। भाजपा विधायक जन्मेजय सिंह के निधन से खाली हुई देवरिया सदर सीट पर पार्टी ने अभी तक कोई नाम तय नहीं किया है।
उत्तर प्रदेश की इन छह सीटों के अलावा भाजपा ने कर्नाटक की दो और नगालैंड की एक विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए भी उम्मीदवारों की घोषणा कर दी। उत्तर प्रदेश में सात विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव के लिए तीन नवंबर को मतदान होगा। इन सात सीटों में केवल मल्हनी सीट ही समाजवादी पार्टी के पास थी। बाकी छह सीटों पर भाजपा का कब्जा था। इन सीटों पर मतों की गिनती 10 नवंबर को होगी। इसी दिन बिहार विधानसभा चुनाव के लिये भी मतगणना होनी है।
ओडिशा उपचुनाव : भाजपा ने अपने उम्मीदवारों के नाम घोषित किए
ओडिशा में दो विधानसभा सीटों के लिए होने वाले उपचुनाव के लिए रविवार को भाजपा ने अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी। हालांकि, सत्तारूढ़ बीजद और कांग्रेस ने अब तक अपने उम्मीदवारों के नाम घोषित नहीं किए हैं।
भाजपा ने दिवंगत विधायक मदन मोहन दत्ता के बेटे मानस कुमार दत्ता को बालासोर सदर सीट से अपना उम्मीदवार घोषित किया जबकि हाल ही में कांग्रेस छोड़ने वाले राजकिशोर बेहरा को पार्टी ने तिर्तोल सीट से मैदान में उतारा है। एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के बाद भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने दोनों उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की।
भाजपा ने कांग्रेस के पांच पूर्व विधायकों को गुजरात विस उपचुनाव में उम्मीदवार बनाया
भाजपा ने कांग्रेस छोड़कर पार्टी में आए सभी पांच पूर्व विधायकों को आगामी गुजरात विधानसभा उपचुनाव में उनके संबंधित क्षेत्रों से उम्मीदवार बनाया है। गुजरात में कांग्रेस के आठ विधायकों ने जून में राज्यसभा चुनाव से पहले विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। इन सीटों पर तीन नवंबर को उपचुनाव होना है।
ये सीटे हैं अबडासा, लिमडी, मोरबी, धारी, गढडा (सुरक्षित), कर्जन, डांग (सुरक्षित) और कपराडा (सुरक्षित)। भाजपा ने रविवार को आठ में से सात विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम का एलान कर दिया। पार्टी ने जून में कांग्रेस का साथ छोड़कर आए प्रद्युम्न सिंह जडेजा, बृजेश मेरजा, जे वी काकड़िया, अक्षय पटेल और जीतू चौधरी का नाम शामिल है। जडेजा को उनके विधानसभा क्षेत्र अबडासा, मेरजा को मोरबी, काकड़िया को धारी, पटेल को कर्जन और चौधरी को कपराडा से उम्मीदवार बनाया गया है।
इन विधायकों के इस्तीफे की मदद से भाजपा जून में राज्यसभा की चार सीटों पर हुए चुनाव में से तीन पर जीत हासिल करने में कामयाब रही थी। वहीं, कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले तीन अन्य पूर्व विधायक किसी पार्टी में शामिल नहीं हुए हैं। इनमें लिमडी से सोमा पटेल, डांग से मंगल गावित, और गढडा से प्रवीण मारू शामिल हैं। भाजपा ने रविवार को घोषणा की कि राज्य के पूर्व मंत्री आत्माराम परमार डांग से चुनाव लड़ेंगे जबकि पूर्व विधायक विजय पटेल गढडा से चुनाव मैदान में होंगे।