उत्तर प्रदेश के हाथरस की गैंगरेप पीड़िता का मंगलवार देर रात अंतिम संस्कार कर दिया गया। परिवार का आरोप है कि अंतिम संस्कार बलपूर्वक किया गया। परिवार ने ये आरोप भी लगाया है कि वह बेटी के शव को आखिरी बार घर लाना चाहते थे लेकिन पुलिस ने ऐसा नहीं करने दिया। अब इस पूरे मामले पर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने हल्ला बोला है।
यूपी कांग्रेस ने इसे निर्दयता करार दिया है। यूपी कांग्रेस की ओर से बुधवार तड़के करीब 3 बजे ट्वीट किया गया, 'निर्दयता की हद है ये। जिस समय सरकार को संवेदनशील होना चाहिए उस समय सरकार ने निर्दयता की सारी सीमाएं तोड़ दी।' वहीं, आम आदमी पार्टी ने भी अंतिम संस्कार का वीडियो अपने फेसबुक पेज पर डाला है।
बता दें कि बर्बर सामूहिक बलात्कार की शिकार हुई 19 साल की युवती की दिल्ली के अस्पताल में मंगलवार को मौत हो गई थी। इसके बाद से कई जगहों पर कल विरोध प्रदर्शन होते रहे।
इस दलित लड़की के साथ 14 सितंबर को चार लोगों ने कथित रूप से सामूहिक बलात्कार किया। इस दौरान उसके साथ की गई क्रूरता के कारण पहले उसे अलीगढ़ के अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां हालत में सुधार नहीं होने पर उसे बेहद नाजुक हालत में, रीढ़ की हड्डी में चोट, पैरों और हाथों में लकवा और कटी हुई जीभ के साथ दिल्ली के अस्पताल में सोमवार को भर्ती कराया गया था।
युवती की मौत की खबर मिलते ही सफदरजंग अस्पताल के बाहर, विजय चौक पर और हाथरस में प्रदर्शन शुरू हो गए। राजनीति, खेल, फिल्म, जगत से लेकर आम लोग भी ट्विटर सहित तमाम मंचों पर अपना दुख और गुस्सा जाहिर कर रहे हैं।
दूसरी ओर समाजवादी पार्टी, बीएसपी, आम आदमी पार्टी, भीम आर्मी जैसे समेत तमाम राजनीतिक दल और संगठन यूपी में बीजेपी सरकार के खिलाफ आक्रामक हैं।
बता दें कि पीड़िता का शव मंगलवार देर रात करीब 12.45 बजे उसके गांव पहुंचा जहां उसका करीब 3 बजे आननफान में अंतिम संस्कार कराया गया। इस बीच लोगों के आक्रोश को देखते हुए क्षेत्र में भारी संख्या में पुलिसबल की तैनाती की गई है।