सपा प्रमुख अखिलेश और शिवपाल यादव की रथ यात्रा शुरू, भाजपा पर हमला, जानें सबकुछ
By भाषा | Updated: October 12, 2021 17:56 IST2021-10-12T17:50:35+5:302021-10-12T17:56:02+5:30
Uttar Pradesh Assembly Elections: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अगले वर्ष की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले लोगों तक पहुंचने और उनका समर्थन हासिल करने की मंशा से मंगलवार को कानपुर से 'समाजवादी विजय यात्रा' की शुरुआत की।

संविधान की धज्जियां उड़ाई गई हैं उससे जनता में भाजपा के प्रति बहुत आक्रोश है।
कानपुरः समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने "मिशन 2022" की शुरुआत करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का सफाया करने के लिये सपा विजय यात्रा निकाल रही है और इसे जनता का भरपूर समर्थन मिल रहा है।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अगले वर्ष की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले लोगों तक पहुंचने और उनका समर्थन हासिल करने की मंशा से मंगलवार को कानपुर से 'समाजवादी विजय यात्रा' की शुरुआत की। यह यात्रा एक विशेष बस पर शुरू हुई, जिसका नाम पार्टी ने विजय रथ रखा है।
कानपुर के गंगा पुल से शुरू हुई इस यात्रा में लाल टोपी पहने और पार्टी के झंडे लिए समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह दिखाई दिया। कानपुर से शुरू हुई यात्रा पहले दो दिनों में (12-13 अक्टूबर) पहले चरण में कानपुर देहात, जालौन और हमीरपुर जिलों में जाएगी। पार्टी के प्रवक्ता के मुताबिक यात्रा के लिये विशेष रूप से विजय रथ बनाया गया।
BJP betrayed 'Ganga Maiya'. It's in the same dirty condition. BJP govt has betrayed people. We are going with 'Vijay Rath Yatra' to eliminate BJP from the state: Samajwadi Party Chief Akhilesh Yadav pic.twitter.com/rzwpuzjkFn
— ANI UP (@ANINewsUP) October 12, 2021
इस रथ में पार्टी नेता आजम खान, दिवंगत जनेश्वर मिश्रा, राजनीतिक प्रतीक राम मनोहर लोहिया, महात्मा गांधी, बी आर आंबेडकर और दिवंगत राष्ट्रपति अब्दुल कलाम की तस्वीर भी हैं। यात्रा शुरू होने से पहले अखिलेश ने पत्रकारों से कहा कि इस यात्रा का मकसद राज्य से भारतीय जनता पार्टी की सरकार का सफाया करना है और जिस तरह से लखीमपुर खीरी में कानून को कुचला गया है, किसानों को कुचला गया है, संविधान की धज्जियां उड़ाई गई हैं उससे जनता में भाजपा के प्रति बहुत आक्रोश है।
गौरतलब है कि लखीमपुर खीरी के तिकोनिया इलाके में पिछले रविवार को हुई हिंसा में मारे गए किसानों के अलावा चार अन्य लोगों में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा का वाहन चालक और एक निजी समाचार चैनल का स्थानीय रिपोर्टर रमन कश्यप भी शामिल है। इससे पहले समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा था कि यात्रा का उद्देश्य किसानों, युवाओं, दलितों, वंचितों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों और सभी वर्गों को न्याय दिलाना और उन्हें राज्य में निरंकुश और दमनकारी सरकार से छुटकारा दिलाना है।
चौधरी ने कहा कि अखिलेश यादव की यात्रा राज्य में बदलाव के लिए है। यात्रा से एक दिन पहले पार्टी ने 17 सेकेंड का एक वीडियो जारी किया जिसमें अखिलेश अपने पिता मुलायम सिंह यादव से बात करते और उनके पैर छूकर आशीर्वाद लेते नजर आ रहे हैं।
अखिलेश के चाचा और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रमुख शिवपाल सिंह यादव ने भी मंगलवार को मथुरा से "सामाजिक परिवर्तन यात्रा" शुरू की। उनके रथ पर कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णन नजर आए । कांग्रेस नेता ने वृंदावन में रथ यात्रा की शुरुआत के अवसर पर संवाददाताओं से कहा कि वह शिवपाल यादव को अपनी "शुभकामना" देने आये हैं। कृष्णन से पूछा गया कि क्या वह कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा का संदेश लेकर आयें हैं? इस पर उन्होंने जवाब दिया कि, "मेरी यात्रा अपने आप में एक संदेश है।"
उन्होंने अखिलेश यादव और बसपा अध्यक्ष मायावती पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वे लोगों से जुड़े नहीं हैं, जबकि शिवपाल यादव "जमीनी नेता" हैं। शिवपाल के परिवर्तन यात्रा रथ में मुलायम सिंह यादव और राम मनोहर लोहिया के अलावा भीमराव आंबेडकर और चौधरी चरण सिंह की तस्वीरें भी दिखाई दी।