हम सपा के साथ हैं और रहेंगे, राजभर बोले-न तो मैं दिल्ली गया और ना ही मैं किसी से मिला, बीजेपी से हाथ नहीं मिलाएंगे
By भाषा | Updated: March 20, 2022 16:12 IST2022-03-20T15:50:30+5:302022-03-20T16:12:27+5:30
Uttar Pradesh Assembly Elections: वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा की सहयोगी रही सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने पिछले दिनों संपन्न राज्य विधानसभा चुनाव समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन कर लड़ा था और उसे छह सीटों पर कामयाबी मिली।

भाजपा के साथ जाने का सवाल ही नहीं उठता। जो फोटो सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रही है वह काफी पुरानी है।
लखनऊः उत्तर प्रदेश विधानसभा के हाल में संपन्न हुए चुनाव समाजवादी पार्टी (सपा) के साथ मिलकर लड़ने वाली सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने अब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का हाथ दोबारा थामने की तैयारियों संबंधी खबरों को गलत बताया है।
शनिवार से सोशल मीडिया पर एक तस्वीर काफी प्रसारित हो रही है जिसमें राजभर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ नजर आ रहे हैं, उसके बाद उनके दोबारा भाजपा के साथ जुड़ने की अटकलें लगने लगीं। राजभर ने रविवार को लखनऊ में संवाददाताओं से बातचीत में स्पष्ट किया, “यह खबर पूरी तरह बेबुनियाद है। न तो मैं दिल्ली गया और ना ही मैं किसी से मिला। हम समाजवादी पार्टी के साथ हैं और रहेंगे और हमने प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव साथ लड़ने की तैयारियां भी शुरू कर दी हैं।"
Those are old photos. Someone can repost the old photos and say whatever they want: Om Prakash Rajbhar, Suheldev Bharatiya Samaj Party chief on reports of him meeting Union HM Amit Shah pic.twitter.com/y6Gz0K0ZoP
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) March 19, 2022
इस बीच, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण राजभर ने कहा, “भाजपा के साथ जाने का सवाल ही नहीं उठता। जो फोटो सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रही है वह काफी पुरानी है। हम समाजवादी पार्टी के साथ हैं और 2024 का लोकसभा चुनाव भी साथ मिलकर ही लड़ेंगे।
गौरतलब है कि वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा की सहयोगी रही सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने पिछले दिनों संपन्न राज्य विधानसभा चुनाव समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन कर लड़ा था और उसे छह सीटों पर कामयाबी मिली। राजभर की पार्टी को वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में चार सीटें हासिल हुई थीं।
पार्टी अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर को प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री भी बनाया गया था लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मतभेद के चलते राजभर ने वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले इस्तीफा दे दिया था और भाजपा से अलग होकर चुनाव लड़ा था।