अमेरिकी वायुसेना प्रमुख डेविड गोल्डफिन भारत दौरे पर हैं। शनिवार को भारत और अमेरिकी वायुसेना के बीच रिश्ते मजबूत करने के उद्देश्य से उन्होंने भारत में निर्मित तेजस विमान में उड़ान भरी। इसी के साथ डेविड तेजस में उड़ान भरने वाले पहले विदेशी सेना प्रमुख बन गए हैं। शनिवार को जोधपुर के एयरफोर्स स्टेशन से डेविड ने जैसे ही उड़ान भरी इंडियन एयरफोर्स के ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट किया गया। इस ट्वीट में लिखा, 'जनरल जेविड एल गोल्डफिन, भारतीय वायुसेना प्रमुख की आधिकारिक भारत यात्रा है। उन्होंने भारत में निर्मित तेजस विमान में उड़ान भरी।'
जनरल गोल्डफिन का यह कदम दोनों देशों की वायुसेनाओं के बीच मजबूत रिश्तों की तरफ इशारा कर रहा है। जनरल गोल्डविन के भारत दौरे पर इंडियन एयरफोर्स ने एक फेसबुक पोस्ट में लिखा, 'भारत और अमेरिका की वायुसेनाओं के बीच पहले ही मजबूत रिश्ते हैं। हम इसे और प्रगाढ़ बनाने जा रहे हैं।'
भारत दौरे पर आए अमेरिकी वायुसेना प्रमुख को भारतीय वायुसेना का C-17 ग्लोबमास्टर ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट भी दिखाया गया जो पाकिस्तान और चीन की सीमा तक टैंक ले जाने में सक्षम है। अमेरिकी वायुसेना प्रमुख ने कहा कि भारतीय वायुसेना दुनिया के दूसरे सबसे बड़े सी-17 फ्लीट को ऑपरेट करती है।
बता दें कि युद्धक विमान तेजस का निर्माण तो स्वदेश में किया गया है लेकिन इसका इंजन अमेरिकी है। तेजस में इस्तेमाल की जाने वाली हथियार प्रणाली इजरायल की है और इजेक्शन सीट ब्रिटेन की है। तेज विमान के कई अन्य पुर्जे भी विदेशों से आयात किए गए हैं। तेजस एक तरह से चीन और पाकिस्तान के संयुक्त रूप से बनाए गए लड़ाकू विमान जेएफ-17 थंडर की टक्कर का है। तेजस एक उड़ान में करीब 2300 किलोमीटर की दूरी तय कर सकता है जबकि थंडर 2,037 किलोमीटर की दूरी तय करने में सक्षम है।