महिला शिक्षक की हत्या के मुद्दे पर ओडिशा विधानसभा में हंगामा
By भाषा | Updated: December 6, 2021 15:42 IST2021-12-06T15:42:25+5:302021-12-06T15:42:25+5:30

महिला शिक्षक की हत्या के मुद्दे पर ओडिशा विधानसभा में हंगामा
भुवनेश्वर, छह दिसंबर कालाहांडी की एक महिला शिक्षक की हत्या के मामले में मंत्री डीएस मिश्रा को हटाने की मांग को लेकर विपक्षी कांग्रेस के विधायक सोमवार को विधानसभा अध्यक्ष के मंच पर चढ़ गए और भाजपा विधायक आसन के समक्ष पहुंच गए, जिससे सदन में अफरा-तफरी की स्थिति उत्पन्न हो गई।
सदन में प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस सदस्य तख्तियों के साथ अध्यक्ष के मंच पर चढ़ गए और मंत्री के इस्तीफे की मांग करते हुए नारेबाजी करने लगे। इसी दौरान, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्य आसन के समक्ष आ गए, जिससे अफरा-तफरी मच गई।
वहीं, सत्ताधारी बीजू जनता दल (बीजद) के विधायक भी स्वतंत्रता सेनानी जय राजगुरु के मुखौटे पहनकर अपनी सीटों से खड़े हो गए और 'पाइका विद्रोह' को स्वतंत्रता के पहले संघर्ष के रूप में मान्यता देने से इनकार करने के केंद्र के फैसले का विरोध किया।
हंगामे के चलते विधानसभा अध्यक्ष एसएन पात्रो ने सदन की कार्यवाही शाम चार बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
स्थगन के तुरंत बाद, सत्तारूढ़ बीजद के सदस्य केंद्र के कदम के विरोध में विधानसभा परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास धरने पर बैठ गए।
दूसरी ओर, भाजपा सदस्यों ने पोस्ट मास्टर जनरल के कार्यालय तक मार्च किया और वहां मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के नाम एक पत्र डाला, जिसमें उनसे सदन की कार्यवाही में शामिल होने का आग्रह किया गया है।
उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि पटनायक पिछले डेढ़ साल से विधानसभा की कार्यवाही में शामिल नहीं हुए हैं, जबकि वह महामारी के बावजूद जिलों के भ्रमण पर गए।
भाजपा विधायकों ने पटनायक के उस हालिया वीडियो बयान पर भी सवाल उठाए, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि विपक्षी दल महिला शिक्षक की हत्या का राजनीतिकरण कर रहे हैं।
विपक्ष पटनायक पर शिक्षक के अपहरण और हत्या में कथित रूप से शामिल गृह राज्य मंत्री मिश्रा को बचाने का आरोप लगा रहा है।
भाजपा जहां इस मामले की सीबीआई जांच की मांग कर रही है, वहीं कांग्रेस उच्च न्यायालय की निगरानी वाले विशेष जांच दल से जांच कराने के पक्ष में है।
पटनायक ने एक वीडियो बयान में शुक्रवार को विपक्ष से सहयोग करने और सदन में सुचारू कामकाज सुनिश्चित करने की अपील की थी।
उल्लेखनीय है कि सत्र की शुरुआत के बाद से सदन में स्थगन की स्थिति देखी जा रही है।
कांग्रेस विधायक दल के नेता नरसिंह मिश्रा ने कहा कि विधानसभा में गतिरोध लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है और इस मुद्दे को सुलझाने के लिए विधानसभा अध्यक्ष को पहल करनी चाहिए।
विधानसभा में भाजपा के उपनेता बीसी सेठी ने कहा, ‘‘हम मंत्री को हटाए जाने तक विरोध जारी रखेंगे। मुख्यमंत्री ने मामला सीबीआई को सौंपने या मंत्री को बर्खास्त करने सहित हमारी किसी भी मांग को स्वीकार नहीं किया है।
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