चेन्नई, 21 दिसंबर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने मंगलवार को केंद्र से आग्रह किया कि पाल्क जलडमरूमध्य में भारत के मछली पकड़ने के पारंपरिक अधिकारों को स्थापित करते हुए देश के मछुआरों के जीवन की रक्षा की जाए।
उन्होंने तमिलनाडु के पुडुकोट्टाई जिले से 13 और मछुआरों की गिरफ्तारी और दो नौकाएं जब्त होने का हवाला देते हुए कहा कि यह घटना 19 दिसंबर को 55 मछुआरों की गिरफ्तारी और आठ नौकाएं जब्त किये जाने के एक दिन बाद हुई। हिरासत में लिये गए मछुआरों को मयीलत्ती हार्बर ले जाया गया है।
केंद्र सरकार को लिखे पत्र में स्टालिन ने कहा कि ऐसी ''भयावह'' घटनाओं और मछुआरों पर हमलों से बचने के लिये कार्रवाई की जानी चाहिये।
मुख्यमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि पाल्क जलडमरूमध्य क्षेत्र में देश के मछली पकड़ने के पारंपरिक अधिकार कायम किए जाने चाहिए।
उन्होंने कहा, ''हमारा कर्तव्य है कि हम अपने मछुआरों के जीवन और उनके सामान (उनकी नावों और मछली पकड़ने के गियर) की रक्षा करें।''
मुख्यमंत्री ने आग्रह किया कि अब तक गिरफ्तार किए गए सभी 68 भारतीय मछुआरों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि द्रमुक के संसदीय दल के नेता टी आर बालू के नेतृत्व में द्रमुक सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को दिल्ली में मुख्यमंत्री का यह पत्र विदेश मंत्री एस जयशंकर को सौंपा।
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