कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) ने मंगलवार को फैसला किया कि लोकसभा अध्यक्ष के चुनाव में वह राजग उम्मीदवार ओम बिरला का समर्थन करेगा और उपाध्यक्ष के विषय पर फिलहाल सरकार के रुख की प्रतीक्षा करेगा।
सूत्रों के मुताबिक संसद भवन परिसर में कांग्रेस संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी की अगुवाई में संप्रग नेताओं की बैठक में स्पीकर के अलावा फ्लोर मैनेजमेंट के विषय पर भी चर्चा हुई। बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, सदन में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी एवं मुख्य सचेतक के. सुरेश, द्रमुक के टीआर बालू एवं कनिमोई, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सुप्रिया सुले, नेशनल कांफ्रेंस के फारुक अब्दुल्ला और कई अन्य दलों के सदन के नेता शामिल हुए।
इस बैठक के बाद चौधरी ने बताया कि स्पीकर को लेकर संप्रग राजग के उम्मीदवार का समर्थन करेगा। गौरतलब है कि लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव बुधवार को प्रस्तावित है। कोटा से भाजपा सांसद ओम बिरला इस पद के लिए राजग के उम्मीदवार होंगे।
सूत्रों के मुताबिक संप्रग नेताओं की बैठक में फ्लोर मैनेजमेंट पर भी चर्चा हुई और यह तय हुआ कि सपा एवं बसपा जैसे समान विचारधारा वाले दलों को भी विभिन्न मुद्दों पर सदन में साथ लिया जाए। लोकसभा उपाध्यक्ष के चुनाव के विषय पर भी संप्रग की बैठक में चर्चा हुई और यह फैसला हुआ कि फिलहाल प्रतीक्षा की जाए कि इस पर सरकार क्या रुख अपनाती है।
बैठक में शामिल एक नेता ने कहा, ‘‘आमतौर पर यह परंपरा रही है कि लोकसभा उपाध्यक्ष सत्तारूढ़ पार्टी से बाहर होता है। हम देखेंगे कि सरकार का क्या रुख होता है। सरकार की ओर से स्थिति स्पष्ट होने के बाद ही हम आगे का कदम उठाएंगे।’’
सूत्रों ने यह भी बताया कि ''एक राष्ट्र, एक चुनाव'' के विषय पर प्रस्तावित सर्वदलीय बैठक को लेकर फिलहाल कोई निर्णय नहीं हुआ है। बुधवार सुबह कांग्रेस एवं सहयोगी दलों की बैठक होनी है जिसमें इस विषय पर कोई निर्णय होगा ।
भाजपा सांसद ओम बिरला होंगे लोकसभा अध्यक्ष पद के लिये राजग प्रत्याशी
भाजपा के सांसद ओम बिरला लोकसभा के अध्यक्ष पद के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के प्रत्याशी होंगे। राजग के विभिन्न घटक दलों के 13 लोकसभा सदस्यों ने इस पद के लिये बिरला के नाम की दावेदारी के प्रस्ताव का समर्थन किया है।
राजस्थान के कोटा - बूंदी संसदीय क्षेत्र से निर्वाचित हुये बिरला लगातार दूसरी बार भाजपा के टिकट पर लोकसभा सदस्य चुने गये हैं। बिरला ने मंगलवार को लोकसभा सचिवालय के समक्ष अपनी दावेदारी का नोटिस भी प्रस्तुत कर दिया। लोकसभा सचिवालय के सूत्रों ने इसकी पुष्टि करते हुये बताया कि शाम पांच बजे तक 13 सदस्यों ने बिरला के नाम के प्रस्तावक के रूप में नोटिस दिया है।
लोकसभा पटल कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार सिर्फ बिरला की दावेवारी का ही नोटिस मिला है। लोकसभा अध्यक्ष पद के चुनाव की प्रक्रिया के मुताबिक इस पद की दावेदारी के लिये पटल कार्यालय को नोटिस सौंपने की समय सीमा मंगलवार को दोपहर 12 बजे तक निर्धारित थी।
बिरला ने निर्धारित समय सीमा खत्म होने से पहले ही अपनी दावेदारी का नोटिस पटल कार्यालय को सौंप दिया। नामांकन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद बिरला (आयु 57 वर्ष) का लोकसभा अध्यक्ष बनना तय माना जा रहा है क्योंकि सत्तासीन राजग के पास निचले सदन में स्पष्ट बहुमत है।
इस बीच संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने बताया कि बिरला के नाम के प्रस्तावकों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी , रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह , गृह मंत्री अमित शाह और सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी शामिल थे। इसके अलावा बीजद , वाईएसआर कांग्रेस , नेशनल पीपुल्स पार्टी , मिजो नेशनल फ्रंट और राजग के घटक दलों शिवसेना, अकाली दल, अन्नाद्रमुक, अपना दल, जदयू व लोजपा के सदस्यों ने बिरला के नाम के प्रस्ताव वाले समर्थन पत्र पर हस्ताक्षर किये।
बिरला राजस्थान की कोटा - बूंदी संसदीय सीट से भाजपा सांसद के रूप में चुने गये हैं। वह तीन बार विधायक भी रहे हैं। उल्लेखनीय है कि लोकसभा अध्यक्ष पद के लिये बुधवार को चुनाव होगा। विपक्ष ने लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए अभी तक किसी उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है।
जोशी ने संसद भवन परिसर में संवाददाताओं को बताया, ‘‘हमने बिरला की उम्मीदवारी के बारे में कांग्रेस सदस्यों से बात की थी। मैं गुलाम नबी आजाद से भी मिला था। प्रस्तावकों की सूची में कांग्रेस की ओर से अभी तक किसी सदस्य ने हस्ताक्षर नहीं किये, हालांकि उन्होंने विरोध भी नहीं किया।’’