लखनऊ, पांच दिसंबर उत्तर प्रदेश विधान परिषद के लिए खंड स्नातक कोटे से पांच निर्वाचन क्षेत्रों में संपन्न हुए चुनावों में समाजवादी पार्टी (सपा) ने दो सीटों पर जीत दर्ज की है, जबकि एक सीट भाजपा के खाते में गई है। वहीं, शेष दो सीटों के परिणाम आने अभी बाकी हैं, जिन पर मतगणना जारी है। चुनाव परिणाम शुक्रवार देर रात से आने शुरू हुए हैं।
इसबीच, सपा अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपनी पार्टी के विजयी उम्मीदवारों को बधाई देते हुए सत्तारुढ़ दल (भाजपा) पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि आगरा खंड स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के मानवेंद्र सिंह 'गुरु जी' चुनाव जीत गये हैं, जबकि शुक्रवार देर रात झांसी-इलाहाबाद खंड स्नातक क्षेत्र से समाजवादी पार्टी के मान सिंह यादव ने जीत दर्ज की। वाराणसी खंड स्नातक क्षेत्र से सपा के आशुतोष सिन्हा ने जीत दर्ज की है।
वाराणसी और झांसी-इलाहाबाद खंड स्नातक क्षेत्र में सपा ने भाजपा के कब्जे वाली सीटें हासिल की हैं, जबकि आगरा खंड स्नातक क्षेत्र की सीट सपा को गँवानी पड़ी है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ल ने बताया कि लखनऊ और मेरठ खंड स्नातक निर्वाचन क्षेत्र में मतगणना जारी है, जहां देर रात तक चुनाव परिणाम आने की उम्मीद है।
उल्लेखनीय है कि शिक्षक कोटे की छह सीटों के परिणाम शुक्रवार को ही घोषित कर दिये गये थे, जिनमें तीन सीटें भाजपा, एक सपा और दो निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीती है।
मंगलवार को विधान परिषद की 11 सीटों के लिए मतदान संपन्न हुआ था, जो छह खंड शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र और पांच खंड स्नातक निर्वाचन क्षेत्र की सीटों के लिए कराए गए थे।
इस चुनाव में भाजपा, सपा, कांग्रेस, शिक्षक दलों के प्रत्याशी और निर्दलीय उम्मीदवार समेत कुल 199 उम्मीदवार थे। बहुजन समाज पार्टी इस चुनाव से बाहर थी।
इन निर्वाचन क्षेत्रों से निर्वाचित सदस्यों का कार्यकाल छह मई को ही समाप्त हो गया था लेकिन कोविड-19 महामारी के चलते इस चुनाव में देर हुई।
समाजवादी पार्टी द्वारा जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार पार्टी अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा, ‘‘ विधान परिषद चुनाव में अपनी हार से बौखलाए भाजपाइयों ने मतगणना में गड़बड़ी करने की कोशिश के तहत झांसी पुलिस पर जानलेवा हमला किया। इन हमलावरों की तुरंत गिरफ्तारी होनी चाहिए।’’
यादव ने दावा किया, ‘‘इसी तरह आगरा में हजारों मतपत्र मनमाने तरीके से रद्द कर दिए गए हैं और इससे जनता में भारी आक्रोश है।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि यह समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी को पराजित करने का षडयंत्र है।
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