यूपी विधानसभा चुनाव लड़ेंगे योगी आदित्यनाथ, कहा- पार्टी जहां से कहेगी, वहां से लड़ूंगा, कानून व्यवस्था पूरे देश में नजीर
By सतीश कुमार सिंह | Published: November 6, 2021 04:02 PM2021-11-06T16:02:52+5:302021-11-06T16:04:15+5:30
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि पार्टी जहां से कहेगी, वह वहां से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। आगामी विधानसभा चुनाव में खुद के लड़ने को लेकर योगी ने पहली बार कोई टिप्पणी की है।
गोरखपुरः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अगर उनकी पार्टी फैसला करती है तो वह आगामी विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। आदित्यनाथ वर्तमान में यूपी विधान परिषद के सदस्य हैं।
यह पूछे जाने पर कि क्या वह अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव लड़ेंगे, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, "मैंने हमेशा चुनाव लड़ा है और पार्टी जहां कहेगी वहां से लड़ूंगा।" एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, "पार्टी का एक संसदीय बोर्ड है और यह तय करती है कि कौन कहां से चुनाव लड़ेगा।"
आदित्यनाथ ने कहा कि भाजपा सरकार ने 2017 में पिछले विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी ने जो वादा किया था, वह किया है। कानून व्यवस्था की स्थिति पर उन्होंने कहा, राज्य ने एक मिसाल कायम की है और पिछले चार वर्षों के दौरान कोई दंगा नहीं हुआ और दिवाली सहित सभी त्योहार शांतिपूर्वक मनाए गए।
गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत के दौरान पहली बार आगामी विधानसभा चुनाव में मैदान में उतरने के बारे में योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वह पार्टी की मर्जी से चुनाव लड़ेंगे। योगी आदित्यनाथ इस समय उत्तर प्रदेश विधानपरिषद के सदस्य हैं। आने वाले विधानसभा चुनाव में अपने मुकाबले के बारे में एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, "मैंने हमेशा चुनाव लड़ा है और पार्टी जहां से कहेगी, वहां से लड़ूंगा।" उन्होंने कहा, "पार्टी का एक संसदीय बोर्ड है और यह तय करता है कि कौन कहां से चुनाव लड़ेगा।"
मुख्यमंत्री योगी ने साढ़े चार साल के अपने कार्यकाल में प्रदेश में आए सकारात्मक बदलावों की विस्तार से चर्चा करते हुये कहा कि गत विधानसभा चुनाव में भाजपा ने जो कुछ कहा था, सरकार बनने के साढ़े चार वर्षों में प्रत्येक क्षेत्र में उसे करके दिखा दिया है। आदित्यनाथ ने कहा, ''वर्ष 2017 में जब हम सरकार में आए तो सबसे बदतर स्थिति कानून व्यवस्था की थी लेकिन आज उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पूरे देश में नजीर है। साढ़े चार वर्षों में कोई दंगा नहीं हुआ। दीपावली समेत सभी पर्व शांतिपूर्वक संपन्न हुए।''
उन्होंने कहा, '' अयोध्या में दीपोत्सव का आयोजन वैश्विक मंच पर छा गया है। दिवाली तो हमारे आने के पहले से भी मनाई जाती रही है, प्रयागराज में कुंभ भी पहली बार नहीं हुआ था लेकिन तब उत्तर प्रदेश के सामने पहचान का संकट था। अयोध्या के दीपोत्सव, प्रयागराज के भव्य-दिव्य कुम्भ जैसे आयोजनों, बेहतर कानून व्यवस्था, निवेश और रोजगार के भरपूर अवसरों तथा जनकल्याणकारी योजनाओं और समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक उनके क्रियान्वयन से हमने उत्तर प्रदेश को पहचान के संकट से मुक्ति दिलाई है।
आज उत्तर प्रदेश का व्यक्ति कहीं भी जाए उसे सम्मान की निगाह से देखा जाएगा।'' मुख्यमंत्री ने दावा किया कि साढ़े चार साल में उत्तर प्रदेश में बड़े पैमाने पर निवेश हुआ है। पहले भारत से निवेश बाहर जाता था, आज बाहर से निवेश भारत में आ रहा है और इसमें उत्तर प्रदेश 'बेस्ट डेस्टिनेशन' बना है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि इसी माह पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन होने जा रहा है और प्रधानमंत्री को इसका प्रस्तुति दी गई है। साथ ही उन्होंने प्रदेश में खाद्यान्न वितरण में किए गए सुधारों के बारे में भी जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले उत्तर प्रदेश के बारे में कहा जाता था कि जहां से अंधेरा शुरू होता है वह उत्तर प्रदेश है लेकिन आज यह धारणा उलट हो गई है।
(इनपुट एजेंसी)