यूपी में बीते दिनों एक टीवी चैनल के स्टिंग ऑपरेशन में फंसे योगी सरकार के तीन मंत्रियों के निजी सचिवों को पुलिस ने शनिवार की शाम को गिरफ्तार कर लिया है. भ्रष्टाचार और घूसखोरी के आरोप में मत्री अर्चना पांडे के निजी सचिव रामनरेश त्रिपाठी, मंत्री संदीप सिंह के निजी सचिव संतोष अवस्थी और मंत्री ओमप्रकाश राजभर के निजी सचिव ओमप्रकाश कश्यप को पुलिस ने हिरासत में लिया है.
संबंधित मंत्रालयों के सचिवों की गिरफ्तारी के बाद उनसे पूछताछ चल रही है. इससे पहले एक राष्ट्रीय टीवी चैनल के स्टिंग ऑपरेशन में खनन राज्य मंत्री अर्चना पांडे, पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री ओमप्रकाश राजभर और बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री संदीप सिंह के निजी सचिव काम के बदले पैसे लेने की बात गुप्त कैमरे पर करते हुए दिखे थे.
योगी आदित्यनाथ ने पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए तीनों सचिवों के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए हैं. स्टिंग ऑपरेशन में मंत्री के सचिवों को अलग-अलग काम करवाने के लिए पैसे का ऑफर लेते हुए देखा जा सकता है.
ओमप्रकाश राजभर ने इस पूरे मामले पर पल्ला झाड़ते हुए कहा है कि सरकारी अधिकारी के खिलाफ वो कैसे कारवाई कर सकते हैं. उनका कहना है कि इनके खिलाफ मुख्य सचिव को एक्शन लेना चाहिए. वहीं खनन मंत्री अर्चना पाण्डेय का कहना है कि उन्हें नहीं पता कि ये सब कैसे हो गया. उन्होंने कहा, 'मैंने नहीं सोचा था कि ये सभ भी होगा.'
सपा और बसपा ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि प्रदेश में भ्रष्टाचार चरम पर है.