UP MLC Election Bypolls 2023: उत्तर प्रदेश विधान परिषद की दो रिक्त सीटों पर कब्जा कर लिया है। बीजेपी को एक सीट पर 279 और दूसरे सीट पर 280 वोट मिले। सोमवार को हुए उपचुनाव में सोमवार राज्य विधानसभा में 403 विधायकों में से 396 विधायकों ने मतदान किया।
भाजपा के पद्मसेन चौधरी को 279 और मानवेंद्र सिंह 280 वोट मिले। सपा के राम जतन राजभर को 115 और रामकरण निर्मल को 116 वोट मिले जिन सात विधायकों ने मतदान नहीं किया, उनमें जेल में बंद तीन विधायक अब्बास अंसारी (सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी), इरफान सोलंकी (समाजवादी पार्टी) और रमाकांत यादव (समाजवादी पार्टी) शामिल हैं।
निर्वाचन अधिकारी मोहम्मद मुशहिद ने बताया कि विजयी हुए भाजपा के मानवेंद्र सिंह ने 280 वोट हासिल किए और समाजवादी पार्टी के उनके प्रतिद्वंद्वी राम जतन राजभर को 115 वोट मिले। इसी तरह, विजयी भाजपा के पद्मसेन चौधरी को 279 मत मिले और उनके प्रतिद्वंद्वी सपा के रामकरण को 116 मत हासिल हुए।
उन्होंने बताया कि दोनों पार्टियों के एक-एक वोट अमान्य करार दिए गए। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भाजपा के दोनों प्रत्याशियों को जीत की बधाई दी है। कांग्रेस के दो विधायकों, बहुजन समाज पार्टी के एक विधायक और सपा के एक विधायक (मनोज पारस) ने मतदान नहीं किया।
विधान परिषद सदस्य लक्ष्मण आचार्य के इस्तीफे और बनवारी लाल दोहरे के निधन से रिक्त हुई दो सीटों के लिए मतदान हो रहा है। भाजपा ने मानवेंद्र सिंह और पद्मसेन चौधरी को अपना उम्मीदवार बनाया है।जबकि समाजवादी पार्टी ने राम जतन राजभर और रामकरण निर्मल को अपना उम्मीदवार बनाया है।
लक्ष्मण आचार्य कुछ समय पूर्व सिक्किम के राज्यपाल बनाए गए थे। आचार्य का कार्यकाल जनवरी 2027 तक और दोहरे का कार्यकाल छह जुलाई 2028 तक था। कांग्रेस के दो विधायक आराधना मिश्रा और वीरेंद्र चौधरी हैं। अधिकारी ने बताया कि सुबह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और वित्त मंत्री सुरेश खन्ना समेत कई मंत्री और विधानसभा सदस्यों ने मतदान किया।
दो सीट पर उपचुनाव के लिए अधिसूचना 11 मई को जारी की गई थी और 18 मई को नामांकन पत्र दाखिल करने का आखिरी दिन था। इस उपचुनाव में केवल विधानसभा के सदस्य ही मतदान कर सकते हैं। उत्तर प्रदेश की 403 सदस्यीय विधानसभा में सत्तारूढ़ भाजपा के 255 विधायक हैं, उसकी सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) के विधायकों की संख्या 13 है।
भाजपा की एक अन्य सहयोगी निषाद पार्टी के छह विधायक हैं। समाजवादी पार्टी (सपा) के 109 विधायक हैं, जबकि उसकी सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के नौ विधायक हैं। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के छह विधायक हैं, कांग्रेस और जनसत्ता दल (लोकतांत्रिक) के दो-दो विधायक हैं और विधानसभा में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) का एक सदस्य है।