बदायूं: शहर के मोहल्ला ऊपरपारा के रहने वाले सलीम ने सोमवार को आरोप लगाया है कि उसके बच्चे की बीमारी के बाद मौत के बाद सरकारी अस्पताल से उसे शव ले जाने के लिये वाहन नहीं दिया गया लेकिन अस्पताल ने इन आरोपों को सिरे से नकार दिया है।
सलीम ने बताया कि उसके सात माह के बच्चे की तबियत खराब हो गई, इस पर वह आज दोपहर बाद अपनी पत्नी के साथ इलाज के लिए उसे जिला अस्पताल ले जा रहे थे तभी उसकी रास्ते में ही मौत हो गई। इसके बाद जिला अस्पताल के डॉक्टर ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया, लेकिन बच्चे के शव को घर तक ले जाने के लिए कोई भी वाहन नहीं दिलवाया, शव वाहन न मिलने की वजह से सलीम अपने बच्चे को गोद मे लेकर पैदल घर चले गए।
इस मामले में जिला अस्पताल बदायूं के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सुकुमार अग्रवाल ने बताया कि जिला अस्पताल में शव वाहन उपलब्ध रहते हैं। उन्होंने कहा कि बच्चे के परिजनों ने शव वाहन की मांग नहीं की होगी, अगर शव वाहन की मांग की गई होती तो शव वाहन जरूर मिलता।