UP By-Election: मिल्कीपुर सीट जीतना सीएम योगी का नया टास्क!, बसपा के मैदान में न होने से सपा को फायदा
By राजेंद्र कुमार | Published: December 1, 2024 06:40 PM2024-12-01T18:40:41+5:302024-12-01T18:41:11+5:30
UP By-Election: इसके अलावा खेल मंत्री गिरीश यादव और खाद्य-रसद राज्यमंत्री सतीश शर्मा तथा मयंकेश्वर सिंह को मिल्कीपुर सीट पर सपा को हराने के दायित्व सौंपा है
UP By-Election: उत्तर प्रदेश में नौ सीटों पर हुए उपचुनाव में सात सीटें जीतने के बाद सीएम योगी ने अब मिल्कीपुर सीट जीतने का नया टास्क ले लिया है. इस सीट को जीतने के लिए सीएम योगी फिर अपनी सरकार के कई मंत्रियों की ड्यूटी लगाएंगे. इन मंत्रियों को मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र में रात्रि विश्राम करना होगा. और अपने रुकने के स्थान पर चौपाल लगाकर जनता की समस्याओं को सुनकर उनका निदान करना होगा.
इस साथ ही मोदी और योगी सरकार की योजनाओं के बारे में लोगों को बताना होगा. मिल्कीपुर सीट पर इस बार बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के चुनाव मैदान में ना उतरने से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और समाजवादी पार्टी के बीच ही सीधा मुक़ाबला होगा. अभी चुनाव आयोग ने मिल्कीपुर सीट पर चुनाव कराने की तारीख घोषित नहीं की है. फिर भी इस सीट पर चुनाव जीतने के लिए भाजपा और सपा के नेता चुनाव मैदान में उतर चुके हैं.
इस सीट को जीतना चाहते हैं सीएम योगी
सीएम योगी हर हाल में मिल्कीपुर सीट जीतना चाहते हैं. ताकि लोकसभा चुनाव में अयोध्या (फैजाबाद) संसदीय सीट पर हुई हार का बदला लिया जा सके. बीते लोकसभा चुनाव में सपा के अवधेश प्रसाद ने अयोध्या सीट से भाजपा के सांसद लल्लू सिंह को हरा दिया था. अवधेश प्रसाद मिल्कीपुर सीट विधायक थे, इस कारण अब मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव होना है. सपा मिल्कीपुर सीट से अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रताप को चुनाव लड़ा रही है, जबकि भाजपा ने अभी तक अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है. चर्चा है की भाजपाके कई बड़े नेता इस सीट से चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं और अब सीएम योगी ही यह तय करेंगे कि इस सीट से किसे चुनाव मैदान में उतारा जाए. सीएम योगी को भरोसा है कि मिल्कीपुर की सीट पर भी बटेंगे तो कटेंगे जैसे नारे का असर हिंदू समाज को एकजुट कर सपा के पीडीए (पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक) के फार्मूले में वह सेंध लगाने में वह सफल होंगे. अपनी इस मंशा की पूर्ति के लिए ही उन्होंने पार्टी नेताओं और मंत्रियों की ड्यूटी मिल्कीपुर विधानसभा सीट को जिताने के लिए लगा दी है.
यही नहीं सीएम योगी ने अपनी सरकार के सीनियर मंत्री सूर्य प्रताप शाही को अयोध्या जिले का प्रभारी बनाया है. इसी जिले में मिल्कीपुर सीट आती है. इसके अलावा खेल मंत्री गिरीश यादव और खाद्य-रसद राज्यमंत्री सतीश शर्मा तथा मयंकेश्वर सिंह को मिल्कीपुर सीट पर सपा को हराने के दायित्व सौंपा है. अब यह मंत्री मिल्कीपुर में डेरा डालकर लोगों से भाजपा उम्मीदवार को जीतने की अपील करेंगे. यहीं नहीं जनता के बीच चौपाल लगाकर उनकी समस्याओं को सुनेंगे और उनका निदान भी करेंगे.
मिल्कीपुर सीट का सामाजिक समीकरण
मिल्कीपुर सीट दलित बाहुल्य है. इस सीट के जातीय समीकरणों के मुताबिक दलित मतदाता ही इस सीट पर जीत में अहम भूमिका निभाते हैं. इस सीट के 3.5 लाख मतदाताओं में से 1.2 लाख दलित मतदाता है. करीब 55,000 यादव और 30,000 मुस्लिम मतदाता हैं. करीब 60,000 ब्राह्मण और 25,000 क्षत्रिय मतदाता है. यहीं वजह है कि भाजपा की प्रचंड लहर में भी सपा इस सीट से चुनाव जीतती रही है. बीते विधानसभा चुनाव में सपा के अवधेश प्रसाद ने इस सीट पर भाजपा के बाबा गोरखनाथ को चुनाव हराया था.
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी का दावा है कि इस बार इस सीट पर भाजपा सपा को हराने में सफल होगी. जबकि सपा के प्रमुख प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी कहते हैं कि बसपा के इस सीट से चुनाव ना लड़ने के चलते भाजपा की स्थति बेहद की कमजोर हो गई है अब भाजपा के लोग बसपा के जरिए सपा के वोटों में सेंध नहीं लगवा सकेंगे. राजेंद्र चौधरी के अनुसार सपा के उम्मीदवार अजीत प्रसाद इस सीट से चुनाव जीत कर सीएम योगी सरकार के आतंक को ध्वस्त करेंगे।