रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों के चुनावी दखल को रोकने की रणनीति बना रही है यूपी ATS
By रुस्तम राणा | Updated: December 30, 2021 17:59 IST2021-12-30T17:58:36+5:302021-12-30T17:59:47+5:30
यूपी एटीएस की उपलब्धि बताते हुए राज्य के डीजीपी मुकुल गोयल ने बताया कि एटीएस ने अवैध धर्मांतरण में मौलाना कलीम सिद्दीकी, उमर गौतम और सलाऊद्दीन सहित 8 प्रांतों से 17 आरोपियों को गिरफ़्तार किया गया।

रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों के चुनावी दखल को रोकने की रणनीति बना रही है यूपी ATS
लखनऊ: उत्तर प्रदेश पुलिस ने गुरुवार को कानून व्यवस्था की दिशा में ATS की इस साल की उपलब्धियों की जानकारी दी। इस दौरान डीजीपी ने यह भी बताया की रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान करके इनके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की प्रक्रिया चल रही हैं। विधानसभा चुनाव में इन्हें चुनाव में दखल देने से कैसे रोका जाए ATS इसकी रणनीति तैयार कर रही है। उत्तर पुलिस का कहना है कि कहना है कि अवैध तरीके से घुसपैठ करके प्रदेश भर में फैले इन विदेशियों के पास यहाँ के वोटर कार्ड, आधार कार्ड सहित वह सभी दस्तावेज हैं जो एक मतदाता के लिए जरूरी है।
यूपी एटीएस की उपलब्धि बताते हुए राज्य के डीजीपी मुकुल गोयल ने बताया कि इस साल लखनऊ से 6 आतंकियों को गिरफ्तार कर बड़ी घटनाओं को रोका गया। यह आतंकी अलकायदा समर्थित संगठन से जुड़े थे। एटीएस ने अवैध धर्मांतरण में मौलाना कलीम सिद्दीकी, उमर गौतम और सलाऊद्दीन सहित 8 प्रांतों से 17 आरोपियों को गिरफ़्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि एटीएस ने लगभग 100 करोड़ से अधिक की राशि का बैंक और हवाला के माध्यम से आदान-प्रदान और धार्मिक ट्रस्टों के नाम पर इनकी संपत्तियों का खुलासा किया।
उत्तर प्रदेश पुलिस के मुताबिक इस मामले में विदेश से फंडिग करने वालों पर भी कार्रवाई की गई है। डीजीपी मुकुल गोयल ने बताया कि मौलाना कलीम सिद्दीकी, उमर गौतम और सलाऊद्दीन इन तीनों आरोपियों के बैंक खातों से देश-विदेश से लगभग 55 करोड़ रुपए का आदान प्रदान हुआ है और शेष धन हवाला के माध्यम से आया है।
इसके अलावा उन्होंने यह भी बताया कि उत्तर प्रदेश एटीएस ने इस साल कई आंतकी मॉड्यूल का भी पर्दाफाश किया। जिसमें काकोरी, लखनऊ में एक्यूआईएस (AQIS) का मॉड्यूल और प्रयागराज में आईएसआई (ISI) का मॉड्यूल प्रमुख है। इसमें कुकर बम, आरडीएक्स जैसे विस्फोटक और कारतूस आदि बरामद किए गए।
उन्होंने बताया कि एटीएस थानों में आतंकवाद से जुड़े 12 मुकदमे दर्ज किए गए। ATS की कड़ी पैरवी के चलते 4 मामलों में 13 आरोपियों को कोर्ट से सजा सुनाई गई। ATS को और विस्तार देने के लिए सरकार ने 12 जिलों में इसकी यूनिट और ट्रेनिंग सेंटर बनाने के लिए जमीनें भी आवंटित की है।
साथ ही उन्होंने बताया कि एटीएस ने प्रदेश में आर्थिक अपराध से जुड़े कई मामलों का खुलासा किया। इनमें 2 अरब से ज्यादा का आर्थिक भ्र्ष्टाचार पकड़ा गया जिसकी जांच आर्थिक अपराध शाखा कर रही है।