एनसीआईएसएम के गठन से यूनानी डॉक्टर नाखुश, कैबिनेट सचिव को पत्र लिखकर संशोधन की मांग की
By भाषा | Updated: December 25, 2021 18:45 IST2021-12-25T18:45:47+5:302021-12-25T18:45:47+5:30

एनसीआईएसएम के गठन से यूनानी डॉक्टर नाखुश, कैबिनेट सचिव को पत्र लिखकर संशोधन की मांग की
नयी दिल्ली, 25 दिसंबर यूनानी डॉक्टरों के संगठन ऑल इंडिया यूनानी तिब्बी कांग्रेस भारतीय चिकित्सा प्रणाली राष्ट्रीय आयोग (एनसीआईएसएम) के मौजूदा गठन से नाखुश है। संगठन ने इस बाबत कैबिनेट सचिव राजीव गौबा को पत्र लिखकर आयोग के गठन में बदलाव मांग की है।
तिब्बी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो मुश्ताक अहमद ने 22 दिसंबर को गौबा को लिखे खत में गुजारिश की है कि एनसीआईएसएम में जरूरी बदलाव किए जाएं ताकि यूनानी डॉक्टरों के हितों का भी उसी तरह से ध्यान रखा जा सके जैसा आयुर्वेदिक डॉक्टरों का रखा गया है।
पत्र में दावा किया गया है कि एनसीआईएसएम में यूनानी चिकित्सा पद्धति को उचित प्रतिनिधित्व नहीं दिया गया है। इसमें मांग की गई है कि आयुर्वेद के बोर्ड की तरह यूनानी चिकित्सा के लिए भी पृथक बोर्ड स्थापित किया जाए, आयोग में एक यूनानी डॉक्टर को उपाध्यक्ष बनाया जाए और अन्य संबंधित बोर्डों में सभी भारतीय चिकित्सा प्रणालियों को समान प्रतिनिधित्व मिले।
भारतीय चिकित्सा केंद्रीय परिषद (आईएमसीसी) अधिनियम 1970 को रद्द कर एनसीआईएसएम कानून 2020 बनाया गया है जो 11 जून 2021 से प्रभावी हुआ है।
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