नई दिल्लीः केंद्र द्वारा कोविड महामारी के मद्देनजर 12वीं कक्षा की परीक्षाएं रद्द करने के बाद महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गोवा, गुजरात, मध्य प्रदेश और उत्तराखंड सहित कई राज्यों ने अपने यहां बोर्ड के इम्तिहान रद्द कर दिए।
उद्धव ठाकरे सरकार ने कक्षा 12 के छात्रों के लिए महाराष्ट्र बोर्ड परीक्षाओं को रद्द करने का फैसला किया। औपचारिक आदेशों के लिए महाराष्ट्र कैबिनेट द्वारा सैद्धांतिक निर्णय राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के समक्ष रखा जाएगा, जिसकी अध्यक्षता मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे करेंगे।
महाराष्ट्र में हर साल लगभग 15 लाख छात्र कक्षा 12 की परीक्षा में बैठते हैं
अधिकारियों ने कहा कि राज्य के स्कूल शिक्षा विभाग ने बुधवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की अध्यक्षता वाले राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को अंतिम निर्णय लेने का प्रस्ताव दिया। स्कूल शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने मंगलवार को सीबीएसई कक्षा 12 की परीक्षा रद्द करने के केंद्र के फैसले का स्वागत किया था। कहा कि उनकी प्राथमिकता छात्रों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को सुनिश्चित करना है। महाराष्ट्र में हर साल लगभग 15 लाख छात्र कक्षा 12 की परीक्षा में बैठते हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा इस सिलसिले में आयोजित बैठक में यह फैसला लिया गया
कोविड-19 महामारी के मद्देनजर माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश (यूपी बोर्ड) की 12वीं कक्षा की परीक्षाएं भी बृहस्पतिवार को रद्द कर दी गईं। सूचना विभाग के अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल ने बताया कि यूपी बोर्ड की 12वीं की परीक्षा भी रद्द कर दी गई है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा इस सिलसिले में आयोजित बैठक में यह फैसला लिया गया।
26 लाख परीक्षार्थियों ने अपना पंजीकरण कराया था
बैठक में प्रदेश के माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा मंत्री उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा भी शामिल थे। मुख्यमंत्री ने खुद भी ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा, ‘‘कोविड-19 महामारी की वर्तमान परिस्थितियों के दृष्टिगत बच्चों की स्वास्थ्य सुरक्षा हमारी शीर्ष प्राथमिकता है। प्रधानमंत्री की प्रेरणा से यूपी बोर्ड ने निर्णय लिया है कि वर्तमान शैक्षिक सत्र में माध्यमिक शिक्षा परिषद की 10वीं व 12वीं की बोर्ड परीक्षा का आयोजन नहीं किया जाएगा।’’ यूपी बोर्ड की 12वीं की परीक्षा के लिए 26 लाख परीक्षार्थियों ने अपना पंजीकरण कराया था।
सीबीएसई बोर्ड की 12वीं की परीक्षा रद्द करने पर सहमति बनी थी
प्रदेश सरकार ने कोविड-19 महामारी के मद्देनजर पिछले महीने यूपी बोर्ड की दसवीं की परीक्षा भी निरस्त कर दी थी। हाई स्कूल के 30 लाख परीक्षार्थियों को 11वीं कक्षा में प्रोन्नत किया जाएगा। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मंगलवार को एक उच्च स्तरीय बैठक में सीबीएसई बोर्ड की 12वीं की परीक्षा रद्द करने पर सहमति बनी थी।
उसके बाद यूपी बोर्ड की 12वीं की परीक्षा निरस्त किए जाने की संभावना प्रबल हो गई थी। सीबीएसई बोर्ड परीक्षाएं निरस्त होने के बाद कई अन्य राज्यों ने भी अपने-अपने यहां की बोर्ड परीक्षाएं रद्द कर दीं। बैठक के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा था कि छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों में परीक्षाओं के आयोजन को लेकर जो चिंता है उसे दूर किया जाना चाहिए। ऐसी तनावपूर्ण स्थिति में छात्रों को परीक्षा में बैठने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए। सभी हितधारकों को छात्रों के प्रति संवेदनशीलता दिखाने की जरूत है।