Typhoon Kalmaegi: 241 लोगों की मौत, 127 लोग लापता, 20 लाख लोग प्रभावित और 5.6 लाख ग्रामीण विस्थापित, आपातकाल की घोषणा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: November 6, 2025 10:45 IST2025-11-06T10:44:50+5:302025-11-06T10:45:41+5:30
Typhoon Kalmaegi: तूफान के प्रकोप से लगभग 20 लाख लोग प्रभावित हुए, जबकि 5.6 लाख से अधिक ग्रामीण विस्थापित हो गए, इनमें से लगभग 4.5 लाख लोगों को आपातकालीन आश्रयों में शरण लेनी पड़ी।

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मनीलाः फिलीपीन के राष्ट्रपति फर्डिनेंड मार्कोस जूनियर ने तूफान ‘कालमेगी’ के कारण देश के मध्य प्रांतों में कम से कम 241 लोगों की मौत होने तथा कई के लापता होने के बाद बृहस्पतिवार को आपातकाल की घोषणा की। यह इस साल देश में आयी भीषण प्राकृतिक आपदा है। तूफान कालमेगी के कारण ज्यादातर लोगों की मौत अचानक आई बाढ़ में डूबने से हुई, जबकि 127 लोग लापता हैं। इनमें से अधिकतर मध्य प्रांत सेबू के निवासी हैं। यह प्रांत सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। यह उष्णकटिबंधीय चक्रवात बुधवार को द्वीपसमूह से गुजरने के बाद दक्षिण चीन सागर की ओर बढ़ गया।
तूफान के प्रकोप से लगभग 20 लाख लोग प्रभावित हुए, जबकि 5.6 लाख से अधिक ग्रामीण विस्थापित हो गए, इनमें से लगभग 4.5 लाख लोगों को आपातकालीन आश्रयों में शरण लेनी पड़ी। राष्ट्रपति मार्कोस ने यह आपातकालीन घोषणा आपदा प्रतिक्रिया अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान की, जिसमें तूफान के बाद की स्थिति का आकलन किया गया।
इस घोषणा से सरकार को आपात राहत कोष को तेजी से जारी करने, खाद्यान्न की जमाखोरी और मुनाफाखोरी पर रोक लगाने में मदद मिलेगी। सेना ने बताया कि इनमें वे छह लोग भी शामिल हैं जो कालमेगी से प्रभावित प्रांतों को मानवीय सहायता पहुंचाने जा रहे फिलीपीन वायुसेना के एक हेलीकॉप्टर के मंगलवार को दुर्घटनाग्रस्त हो जाने के कारण मारे गये थे।
यह हेलीकॉप्टर दक्षिणी अगूसन डेल सूर प्रांत में दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। हालांकि इसके कारणों का विवरण उपलब्ध नहीं कराया गया है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, ‘कालमेगी’ बुधवार पूर्वाह्न पश्चिमी पलावन प्रांत से होकर गुजरने के बाद दक्षिण चीन सागर की ओर बढ़ गया। इस दौरान हवाओं की रफ्तार 130 से 180 किलोमीटर प्रति घंटा तक रही।
नागरिक सुरक्षा कार्यालय के उप प्रशासक और प्रांतीय अधिकारियों ने बताया कि अधिकांश मौतें मध्य प्रांत सेबू में हुई, जहां मंगलवार को कालमेगी के कारण अचानक बाढ़ आ गई और नदियां उफान पर पहुंच गईं। अधिकारियों के अनुसार, बाढ़ के कारण आवासीय क्षेत्र जलमग्न हो गए, जिसकी वजह से घबराए निवासियों को अपनी छतों पर चढ़ना पड़ा।
सेबू 24 लाख से अधिक आबादी वाला प्रांत है। यह शहर अब भी 30 सितंबर को आए 6.9 तीव्रता के भूकंप से उबर रहा था, जिसमें कम से कम 79 लोगों की मौत हुई थी और हजारों लोग विस्थापित हुए थे। गवर्नर बारिकुआट्रो ने बताया कि भूकंप से विस्थापित उत्तरी सेबू के हजारों निवासियों को तूफान आने से पहले अस्थायी तंबुओं से निर्मित आश्रय स्थलों तक ले जाया गया था और भूकंप से तबाह हुए उत्तरी कस्बों में कालमेगी के कारण आई बाढ़ का असर कम हुआ।