जम्मू-कश्मीर में गोलीबारी में दो आतंकवादी मारे गए
By भाषा | Updated: August 23, 2021 20:51 IST2021-08-23T20:51:17+5:302021-08-23T20:51:17+5:30

जम्मू-कश्मीर में गोलीबारी में दो आतंकवादी मारे गए
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सोमवार को एक त्वरित अभियान में लश्कर-ए-तैयबा के एक छद्म संगठन 'द रेसिस्टेंस फोर्स (टीआरएफ)' के दो शीर्ष कमांडरों को मार गिराया। ये शहर में कई लोगों की हत्या और युवाओं को हथियार उठाने के लिए गुमराह करने में शामिल थे। सबसे लंबे समय तक सक्रिय आतंकवादियों में से एक तथा टीआरएस का प्रमुख अब्बास शेख और उसका सहयोगी (डिप्टी) शाकिब मंजूर शहर के अलोची बाग इलाक़े में पुलिस के साथ संक्षिप्त मुठभेड़ में मारे गए। कश्मीर जोन के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘ हमें इलाके में उनकी मौजूदगी की जानकारी थी। सादी वर्दी में पुलिस के जवानों ने तत्काल इलाके को घेर लिया और आतंकवादियों को ललकारा, जिन्होंने उन पर गोलियां चलानी शुरू कर दी। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में गोलियां चलाई और ये दोनों मारे गए।’’ उन्होंने बताया कि शेख और मंजूर के मारे जाने से सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है। कुमार ने बताया, ‘‘ अब्बास शेख के इशारे पर शाकिब मंजूर ने कई हत्याएं की। उन्होंने इलाके में आतंक मचाया हुआ था।’’ इलाके के लोग इनसे परेशान हो चुके थे क्योंकि ये दोनों युवाओं को हथियार उठाने के लिए गुमराह कर रहे थे। उन्होंने बताया, ‘‘ हमने लोगों से अपील की है कि वे अपने बच्चों को आतंकवादियों के साथ जाने से रोकें। अगर वे आतंकवादी संगठन में शामिल हो चुके हैं तो कृपया उन्हें मुख्यधारा में वापस लाएं। हम उनका स्वागत करेंगे।’’ अब्बास शेख पहले हिज्बुल मुजाहिद्दीन के साथ था लेकिन दो साल पहले टीआरएफ में शामिल हो गया। सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार शेख पिछले एक साल में इस संगठन द्वारा की गई कई हत्याओं का षड्यंत्रकर्ता था। मंज़ूर पिछले साल टीआरएफ में शामिल हुआ था और उस समय वह परास्नातक का छात्र था। वह तेजी से संगठन में ऊपर चढ़ने लगा और ऐसा माना जाता है कि उसने शेख़ के इशारे पर श्रीनगर और आसपास के इलाक़ों में कुछ हत्याओं को अंजाम दिया।
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