श्रीनगरः कश्मीर में सुरक्षाबलों ने यूपी के कारपेंटर की हत्या में शामिल एक आतंकी कमांडर और उसके साथी को ढेर करने का दावा किया है। इस मुठभेड में सेना का एक जवान भी शहीद हो गया तथा 3 अन्य जख्मी हो गए।
कश्मीर पुलिस के आईजी विजय कुमार का कहना था कि पिछले 15 दिनों में 10 मुठभेड़ों में जो 15 आतंकी मारे गए वे सभी नागरिकों की हत्याओं में शामिल थे। पुलिस ने बताया कि शोपियां के द्रगाड इलाके में सुरक्षाबलों ने कुछ ही घंटों में द रजिस्टेंस फ्रंट अर्थात टीआरएफ के दो आतंकियों को ढेर कर दिया।
कश्मीर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने बताया कि मारे गए एक आतंकवादी की पहचान आदिल वानी के तौर पर हुई है, जो तीन दिन पहले हुई उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के रहने वाले एक बढ़ई की हत्या में शामिल था। अधिकारियों ने बताया कि आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने शोपियां जिले के द्रागड इलाके में घेराबंदी कर तलाश अभियान शुरू किया। आतंकवादियों के सुरक्षा बलों पर गोलियां चलाने से अभियान मुठभेड़ में तब्दील हो गया। बल ने भी गोलीबारी का माकूल जवाब दिया।
आज मार गिराए गए दो आतंकियों में टीआरएफ का जिला कमांडर शोपियां आदिल अहमद वानी भी शामिल था। आदिल वही आतंकी है जिसने टारगेट किलिंग के तहत गत दिनों पुलवामा में बाहरी श्रमिक साकिर अहमद वानी निवासी सहारनपुर उत्तर प्रदेश की हत्या की थी। दूसरे आतंकी की पहचाना होना अभी बाकी है। वहीं इस मुठभेड़ में सेना का एक जवान शहीद जबकि तीन अन्य घायल भी हुए हैं।
आइजीपी कश्मीर विजय कुमार ने दो आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि करते हुए कहा कि फिलहाल एक आतंकी की पहचान कर ली गई है। उसका नाम आदिल अहमद वानी था और वह जुलाई 2020 से आतंकी गतिविधियों में सक्रिय था। यही नहीं उसी ने लिट्टर, पुलवामा में एक गरीब मजदूर की हत्या की थी।
आईजीपी ने कहा कि कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ जारी अभियान के दौरान अभी तक 2 हफ्ते के भीतर सुरक्षाबलों ने अभी तक 15 आतंकियों को ढेर कर दिया है। शोपियां में इस अवधि के दौरान यह तीसरी मुठभेड़ थी। उनका दावा था कि ये सभी आतंकी नागरिकों की हत्याओं में शामिल थे। जबकि वे यह भी कहते थे कि अन्य प्रवासी नागरिकों की हत्या में शामिल आतंकियों की पहचान कर ली गई है और उनकी तलाश तेज की जा चुकी है।