युवकों को आईएसआई से जुड़ने के लिए उकसाने के दो आरोपियों ने एनआईए अदालत में गुनाह कबूला
By भाषा | Updated: December 14, 2021 21:43 IST2021-12-14T21:43:58+5:302021-12-14T21:43:58+5:30

युवकों को आईएसआई से जुड़ने के लिए उकसाने के दो आरोपियों ने एनआईए अदालत में गुनाह कबूला
मुंबई, 14 दिसंबर युवकों को आतंकवादी संगठन आईएसआई से जुड़ने के लिए उकसाने के आरोप से घिरे दो लोगों ने अपने को गुनहगार बताते हुए मंगलवार को मुंबई की एक विशेष एनआईए अदालत में लिखित अर्जी दायर की।
रिजवान अहमद और मोहसिन सैयद ने अपने हलफनामे में कहा कि उन्हें अपनी हरकत पर ‘खेद है और वे ‘अफसोस महसूस करते’ हैं।
दोनों ने पिछली सुनवाई के दौरान विशेष न्यायाधीश ए टी वानखेड़े के सामने मौखिक रूप से अपना गुनाह कबूला था जिसके बाद अदालत ने उनसे लिखित अर्जी दायर करने को कहा था।
अहमद और सैयद ने हलफनामे में कहा कि वे मुख्यधारा में लौटना चाहते हैं और पुनर्वास चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वे बिना किसी हस्तक्षेप, धमकी, जोर-जदर्बस्ती के स्वेच्छा से अपना गुनाह कबूल रहे हैं और वे उसके परिणाम समझते हैं।
हलफनामे के अनुसार आरोपी ‘महज प्रतिबंधित संगठन के प्रचार में शामिल थे और वे कभी किसी प्रकार की हिंसा या हत्या में लिप्त नहीं रहे। ’’
अभियोजन पक्ष ने उनकी अर्जी पर कोई ऐतराज नहीं किया। अदालत ने 21 दिसंबर को अंतिम फैसला सुनाना तय किया।
राष्ट्रीय अन्वेषण एजेंसी (एनआईए) ने 2016 में इन दोनों को मुंबई के मालवानी से पकड़ा था । उनपर 2015 में अयाज मोहम्मद को एवं कई अन्य युवकों को आईएसआईए से जुड़ने के लिए प्रेरित करने का आरेाप है।
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