लाइव न्यूज़ :

सत्ता से सवाल पूछना ही लोकतंत्र की सच्ची ताकत : अंजलि भारद्वाज

By भाषा | Updated: February 28, 2021 14:40 IST

Open in App

नयी दिल्ली, 28 फरवरी ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल द्वारा जारी भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक में 180 देशों में भारत के 86वें स्थान पर फिलसने से दुखी होने वालों के लिए राहत भरी खबर है कि अमेरिकी प्रशासन ने भारत की सामाजिक कार्यकर्ता और प्रशासनिक जवाबदेही एवं पारदर्शिता की मुखर समर्थक अंजलि भारद्वाज को सम्मानित करके आज के माहौल में उनके काम को ही नहीं बल्कि उनके हौसले को भी सलाम किया है।

अमेरिकी विदेश विभाग द्वारा जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार अंजलि पिछले दो दशक से भी अधिक समय से सूचना के अधिकार आंदोलन की एक सक्रिय सदस्य रही हैं। विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘‘दुनियाभर में भ्रष्टाचार के कारण सुरक्षा और स्थायित्व खतरे में है, यह आर्थिक वृद्धि को रोकता है, लोकतंत्र और मानव अधिकारों को कमजोर करता है, सार्वजनिक संस्थानों के प्रति विश्वास को खत्म करता है, अपराध को बढ़ाता है और निजी एवं सार्वजनिक संसाधनों को हड़प जाता है। बाइडेन प्रशासन इस बात से वाकिफ है कि हम प्रतिबद्ध लोगों के साथ काम करके इन चुनौतियों का सामना कर सकते हैं। यह ऐसे साहसी लोग हैं जो भ्रष्टाचार के खिलाफ डटकर खड़े हैं।’’

‘‘सतर्क नागरिक संगठन’’ की संस्थापक और वर्ष 1999 से जवाबदेही और पारदर्शिता के सवाल पर अपनी आवाज बुलंद करने वाली अंजलि भारद्वाज को अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा हाल ही में स्थापित इंटरनेशनल एंटी करप्शन चैंपियंस अवार्ड के लिए चुना गया है। उनके अलावा दुनिया भर के 11 अन्य लोगों को यह सम्मान दिया गया है। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि यह अवार्ड उन लोगों को मान्यता प्रदान करता है जिन्होंने पारदर्शिता की रक्षा, भ्रष्टाचार को समाप्त करने और अपने देशों में जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए अथक प्रयास किए।

अंजलि ने 2003 में ‘सतर्क नागरिक संगठन’ की स्थापना की जो सूचना के अधिकार के माध्यम से सरकारी नुमाइंदों की जवाबदेही को बेहतर बनाने में मदद करता है और उनके संगठन द्वारा जन प्रतिनिधियों के कामकाज की लगातार समीक्षा की जाती है। वह 2008 में स्थापित आरटीआई आकलन और सलाहकार समूह के साथ काम करती रही हैं, जिसे सूचना का अधिकार कानून के कार्यान्वयन पर नजर रखने के लिए गठित किया गया था। उन्हें 2009 में सामाजिक भागीदारी बढ़ाने में योगदान के लिए ‘अशोका फैलोशिप’ प्रदान की गई थी। उन्हें सरकार में पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा देने के लिए 2011 में लेडी श्री राम कॉलेज का ‘‘ऑनर रोल’’ प्रदान किया गया था।

दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्रीराम कॉलेज, दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनामिक्स और ऑक्सफर्ड यूनीवर्सिटी से पढ़ाई करने वाली अंजलि भारद्वाज ने वर्ल्ड बैंक के ऊंचे ओहदे को छोड़कर भारत में भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन को अपने जीवन का लक्ष्य बनाने का फैसला किया और उनका मानना है कि पिछले दो दशक में कतार में सबसे पीछे खड़े लोगों को भी यह समझ में आने लगा है कि वह हाकिमों के हर फैसले के खिलाफ आवाज उठा सकते हैं और लाख दुश्वारियों के बावजूद कहीं न कहीं उनकी आवाज की गूंज जरूर सुनाई देगी।

लोगों को सूचना के अधिकार कानून के जरिए भ्रष्टाचार और हर तरह की अव्यवस्था के खिलाफ आवाज उठाने के लिए प्रेरित करने वाली अंजलि सवाल पूछने की ताकत को लोकतंत्र की सच्ची मजबूती बताती हैं। इस सम्मान के लिए ट्विटर के माध्यम से अमेरिका सरकार को धन्यवाद देते हुए उन्होंने लिखा, ‘‘यह देश के उन लोगों और संगठनों के सामूहिक प्रयासों का सम्मान है जो जवाबदेही तय करने की ताकत रखते हैं।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

टीवी तड़काBigg Boss 19 Winner: गौरव खन्ना बने 'बिग बॉस 19' के विजेता, फरहाना भट्ट को हराकर जीता खिताब

क्रिकेटवेंकटेश प्रसाद केएससीए प्रेसिडेंट चुने गए, सुजीत सोमसुंदर नए वाइस-प्रेसिडेंट बने

क्रिकेटअभ्यास छोड़ ‘बीच’ रिजॉर्ट में समय बिताएं खिलाड़ी, कोच ब्रेंडन मैकुलम ने कहा-करारी हार की वजह जरूरत से ज्यादा अभ्यास करना

भारतमहाराष्ट्र शीतकालीन सत्र: चाय पार्टी का बहिष्कार, सदनों में विपक्ष के नेताओं की नियुक्ति करने में विफल रही सरकार

भारतगोवा अग्निकांड: मजिस्ट्रियल जांच के आदेश, सीएम प्रमोद सावंत ने ₹5 लाख मुआवज़े की घोषणा की

भारत अधिक खबरें

भारतसतत निगरानी, सघन जांच और कार्रवाई से तेज़ी से घटा है नक्सली दायरा: मुख्यमंत्री डॉ. यादव

भारतयूपी विधानसभा के शीतकालीन सत्र में योगी सरकार लाएगी 20,000 करोड़ रुपए का अनुपूरक बजट, 15 दिसंबर हो सकता है शुरू

भारतकांग्रेस के मनीष तिवारी चाहते हैं कि सांसदों को संसद में पार्टी लाइन से ऊपर उठकर वोट देने की आजादी मिले, पेश किया प्राइवेट मेंबर बिल

भारत32000 छात्र ले रहे थे शिक्षा, कामिल और फाजिल की डिग्रियां ‘असंवैधानिक’?, सुप्रीम कोर्ट आदेश के बाद नए विकल्प तलाश रहे छात्र

भारतभाजपा के वरिष्ठ शाहनवाज हुसैन ने तेजस्वी यादव पर बोला तीखा हमला, कहा- नेता विपक्ष के नेता के लायक भी नहीं