तृणमूल का ‘भ्रष्टाचार और हिंसा का मॉडल’ काम नहीं करेगा : दिनेश त्रिवेदी
By भाषा | Updated: February 17, 2021 18:52 IST2021-02-17T18:52:50+5:302021-02-17T18:52:50+5:30

तृणमूल का ‘भ्रष्टाचार और हिंसा का मॉडल’ काम नहीं करेगा : दिनेश त्रिवेदी
(प्रदीप्त तापदार)
कोलकाता, 17 फरवरी हाल ही में नाटकीय ढंग से राज्यसभा के पटल पर इस्तीफे की घोषणा करने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री दिनेश त्रिवेदी ने बुधवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी पर सीधा हमला बोला और कहा कि पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी का ‘भ्रष्टाचार और हिंसा मॉडल’ अब काम नहीं करेगा और राज्य को वापस "अंधेरे दिनों" में ले जाएगा।
उन्होंने तृणमूल कांग्रेस प्रमुख और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा शुरू की गई "बाहरी-स्थानीय’ बहस को बंगाल के उदारवादी लोकाचार का "विरोधी" करार दिया।
पूर्व रेल मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता को देखते हुए उनकी सराहना की और कहा कि लोगों ने उनके नेतृत्व में विश्वास किया है। हालांकि त्रिवेदी ने अपनी राजनीतिक योजनाओं का खुलासा नहीं किया।
त्रिवेदी ने पिछले शुक्रवार को राज्यसभा और तृणमूल से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में जारी हिंसा और इस बारे में कुछ भी कर पाने में अपनी असमर्थता के कारण उन्हें "घुटन" महसूस हो रही है।
उन्होंने पीटीआई-भाषा के साथ साक्षात्कार में कहा, ‘‘बंगाल में, हम नायकों और उनके आदर्शों के बारे में बात करते हैं लेकिन हम जो देखते हैं वह विपरीत है। हिंसा और भ्रष्टाचार का मॉडल (तृणमूल का) बंगाल के लिहाज से सही नहीं है। यह मॉडल बंगाल को अंधेरे दिनों में ले जाएगा। राज्य में इतनी क्षमता है। हम इसे बेकार होते नहीं देख सकते।’’
उन्होंने कहा कि राज्य में जो कुछ हो रहा था, एक जनप्रतिनिधि के रूप में वह उसकी अनदेखी नहीं कर सकते थे।
त्रिवेदी ने कहा कि उन्हें शर्म महसूस हुई जब लोगों ने उनसे राज्य में हिंसा की संस्कृति के बारे में सवाल किया और इसने उनकी अंतरात्मा को ‘झकझोर’ दिया और उन्होंने दृढ़ रुख अख्तियार कर लिया।
उन्होंने कहा, "इसके बदले मुझे राज्य के लोगों के लिए अपने तरीके से काम करना चाहिए, अगर मेरी पार्टी मुझे ऐसा करने की अनुमति नहीं दे रही है। अब समय आ गया है कि हम तृणमूल के मॉडल और भ्रष्टाचार तथा हिंसा की संस्कृति को समाप्त करें।
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