तृणमूल सांसद का वित्त मंत्री से आग्रह: हज यात्रियों के लिए ‘आयकर रिटर्न की अनिवार्यता’ वापस ली जाए
By भाषा | Updated: November 27, 2020 17:07 IST2020-11-27T17:07:52+5:302020-11-27T17:07:52+5:30

तृणमूल सांसद का वित्त मंत्री से आग्रह: हज यात्रियों के लिए ‘आयकर रिटर्न की अनिवार्यता’ वापस ली जाए
नयी दिल्ली, 27 नवंबर (भाष) तृणमूल कांग्रेस की सांसद सजदा अहमद ने शुक्रवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से आग्रह किया कि हज यात्रियों के लिए आयकर रिटर्न दाखिल करने को अनिवार्य बनाए जाने के फैसले को वापस लिया जाए क्योंकि इसके कारण बहुत सारे लोगों को हज पर जाने में मुश्किल का सामना करना पड़ेगा।
उन्होंने सीताररमण को पत्र लिखकर कहा कि हज-यात्रा पर जाने के लिए हज-यात्रियों को आयकर रिटर्न दाखिल करना अनिवार्य होगा, जबकि देश में बहुत सारे लोगों के पास पैन नंबर नहीं है क्योंकि उनके पास आय का निश्चित स्रोत नहीं होता। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों में मुस्लिम समुदाय के लोग भी बड़ी संख्या में शामिल हैं।
लोकसभा सदस्य ने कहा, ‘‘आयकर रिटर्न दाखिल करने को अनिवार्य बनाए जाने के कारण बहुत सारे मुसलमानों को हज के लिए जाने में मुश्किल का सामना करना पड़ेगा।’’
सजदा अहमद ने यह आग्रह भी किया, ‘‘हज सब्सिडी खत्म होने के बाद लोगों पर बोझ बढ़ गया है तथा इसे एवं मौजूदा आर्थिक संकट को ध्यान में रखते हुए हज से जुड़े जीएसटी के प्रावधान पर भी सरकार को पुनर्विचार करना चाहिए।’’
उधर, इस प्रावधान के बारे में पूछे जाने पर भारतीय हज समिति के सदस्य मोहम्मद इरफान अहमद ने कहा, ‘‘हज समिति आयकर दाखिल करने की कोई शर्त नहीं रख रही है और लोगों के आवेदन स्वीकार कर रही है। इसको लेकर किसी को चिंता नहीं होनी चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि हज के संदर्भ में अगर कोई शर्त है तो वह आगे खत्म हो जाएगी।
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