सोनीपत, छह फरवरी केंद्र के नये कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलनरत किसान संगठनों के तीन घंटे के ‘चक्का जाम’ के आह्वान पर शनिवार को गोहाना क्षेत्र में छह जगहों पर मार्ग को शांतिपूर्ण तरीके से जाम किया गया।
चक्का जाम का समर्थन करने के लिए जन संघर्ष मंच हरियाणा, मेहनतकश किसान मजदूर संगठन व समता मूलक महिला संगठन से जुड़े कार्यकर्ता पहुंचे।
मंच के प्रांतीय सलाहकार एवं संस्थापक डॉ. सी डी शर्मा व संगठन की प्रदेश संयोजिका डॉ. सुनीता त्यागी ने कहा कि यह तीनों कृषि कानून किसानों के साथ ही पूरी जनता के विरोधी हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार इन कानूनों को लागू करने पर जोर दे रही है और लगातार लंबी मांग के बाद भी इन्हें निरस्त नहीं किया जा रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार इन कानूनों को लागू करके चंद पूंजीपतियों को सरकार फायदा पहुंचाना चाहती है। उन्होंने कहा कि तीनों संगठन किसानों के साथ हैं और केंद्र व प्रदेश सरकार से मांग करते हैं कि तीनों कृषि कानूनों को रद्द किया जाए।
वहीं गोहाना क्षेत्र में कृषि कानूनों को निरस्त करवाने की मांग को लेकर शनिवार को भारतीय किसान यूनियन ने छह स्थानों पर चक्का जाम किया।
हरियाणा भाकियू के प्रदेश उपाध्यक्ष सत्यवान नरवाल ने बताया कि संगठन ने दोपहर 12 से अपराह्न 3 बजे तक गोहाना-महम मार्ग पर गांव मदीना, नेशनल हाईवे 709 में रोहतक-गोहाना-पानीपत मार्ग पर गांव भैंसवान खुर्द व गांव मुंडलाना किया।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग 352 ए पर सोनीपत-गोहाना-जीन्द मार्ग पर गांव नूरनखेड़ा, सोनीपत रोड पर जाम गांव लाठ-जौली चौक में लगाया गया। उन्होंने बताया कि गोहाना-जुलाना मार्ग पर जाम गांव बरोदा में लगाया गया।
उन्होंने कहा कि जाम शांतिपूर्ण तरीके से लगाए गए और जाम के दौरान एम्बुलेंस सहित अन्य कोई बीमार व्यक्तियों को अस्पताल ले जाने के लिए रास्ता भी दिया गया। उन्होंने कहा कि जाम के दौरान क्षेत्र में किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना सामने नहीं आयी।
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