टोक्यो : ओलंपिक में भारत की ओर से पहली फेंसर सीए भवानी देवी ने अपने पहले ही मैच में बढ़ती बना ली है । साथ ही उन्होंने ओलंपिक में भारत को फेंसिंग में पहली जीत दिलाकर एक नया इतिहास रच दिया है ।
ट्यूनिशिया की नादिया बेन अजीजी को दी मात
आपको बताते दें कि भारतीय तलवारबाज भवानी देवी ने अपने ओलंपिक पदार्पण पर आत्मविश्वास भरी शुरुआत की और सोमवार को यहां टोक्यो खेलों में महिलाओं की व्यक्तिगत साबरे स्पर्धा में ट्यूनीशिया की नादिया बेन अजीजी को 15-3 से हराकर दूसरे दौर में प्रवेश किया। ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय तलवारबाज भवानी ने शुरू से ही आक्रामक रवैया अपनाया। उन्होंने अजीजी के खुले ‘स्टांस’ का फायदा उठाया। इससे उन्हें अंक बनाने में मदद मिली।
फ्रांस की मैनन ब्रूनेट से है अगली टक्कर
सत्ताईस वर्षीय भवानी ने तीन मिनट के पहले पीरियड में एक भी अंक नहीं गंवाया और 8-0 की मजबूत बढ़त बना ली। नादिया ने दूसरे पीरियड में कुछ सुधार किया लेकिन भारतीय खिलाड़ी ने अपनी बढ़त मजबूत करनी जारी रखी तथा छह मिनट 14 सेकेंड में मुकाबला अपने नाम किया । आपको बताते दे कि जो भी तलवारबाज पहले 15 अंक हासिल करता है उसे विजेता घोषित किया जाता है। भवानी को अगले दौर में फ्रांस की मैनन ब्रूनेट की कड़ी चुनौती का सामना करना होगा जो रियो ओलंपिक में सेमीफाइनल में पहुंची थी ।
29 वर्षीय भवानी देवी को अपने अगले मैच में कड़े मुकाबले का सामना करना पड़ेगा क्योंकि फ्रांस की वर्ल्ड नंबर 3 और चौथी सीड मानोन ब्रुनेट से उनका मुकाबला है । यह बाउट सोमवार को सुबह 7:30 बजे आईएसटी से शुरू होगा ।
भवानी के लिए यहां तक पहुंचना आसान नहीं था । आर्थिक हालात खराब होने के बावजूद उन्होंने कभी हार नहीं मानी और ओलंपिक तक का सफर तय किया । उन्होंने अपना ज्यादातर प्रशिक्षण इटली से पूरा किया है ।