भारतीय हॉकी टीम के ओलंपिक पदक और अनुच्छेद 370 हटाये जाने के लिए आज का दिन यादगार: दास
By भाषा | Updated: August 5, 2021 23:08 IST2021-08-05T23:08:33+5:302021-08-05T23:08:33+5:30

भारतीय हॉकी टीम के ओलंपिक पदक और अनुच्छेद 370 हटाये जाने के लिए आज का दिन यादगार: दास
रांची, पांच अगस्त झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने बृहस्पतिवार को भारतीय पुरुष हॉकी टीम को टोक्यो ओलंपिक खेलों में कांस्य पदक जीतने पर बधाई देते हुए कहा कि पांच अगस्त का दिन भारत के इतिहास में जम्मूकश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाये जाने और 41 वर्ष बाद भारतीय हॉकी टीम के ओलंपिक पदक जीतने के लिए सदा याद किया जायेगा।
दास ने कहा, ‘‘आज का दिन देश के इतिहास में दो ऐतिहासिक कार्यों के लिए सदा याद किया जायेगा, पहला पांच अगस्त, 2019 को जम्मू कश्मीर से संविधान के अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी करने का संसद का फैसला और दूसरा आज 41 वर्ष बाद ओलंपिक खेलों में भारतीय हॉकी टीम का कांस्य पदक जीतना।’’
वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा, ‘‘आजादी के 72 वर्षों बाद अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी कर देने से वास्तव में जम्मूकश्मीर का भारत में पूर्ण विलय हो सका और इससे पूरे देश में लोगों में जबर्दस्त उर्जा का संचार हुआ। ठीक उसी प्रकार आज राष्ट्रीय खेल हॉकी में 41 वर्ष बाद ओलंपिक में भारतीय टीम के पदक जीतने से पूरे देश में उत्साह एवं उर्जा का संचार हुआ है।’’
उन्होंने कहा कि कांस्य पदक के लिए आज हुए मुकाबले में जर्मनी को 5-4 से हराने से हॉकी के जादूगर ध्यानचंद की याद ताजा हो आयी क्योंकि उनके ही गोलों से भारतीय टीम ने 1936 के बर्लिन ओलंपिक खेलों में पुरुष हॉकी के फाइनल में हिटलर के जर्मनी को 8-1 से रौंद दिया था और इन आठ गोलों में छह गोल अकेले हॉकी के जादूगर कप्तान ध्यानचंद के थे। उनके अनुसार कहा जाता है कि हिटलर ने उसके बाद ध्यानचंद से अलग से मुलाकात कर उन्हें जर्मनी में रहने और जर्मन टीम का नेतृत्व करने का प्रस्ताव दिया था।
उन्होंने कहा कि हॉकी के जादूगर ध्यानचंद ने 1928,1932 और 1936 में ओलिंपिक खेलों में भारत को हॉकी का स्वर्ण पदक दिलाया था उन्हीं से प्रेरणा लेकर भारतीय हॉकी टीम ने आज 41 वर्षों बाद ओलंपिक पदक जीतकर देश को गौरवान्वित किया।
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