अमरावती, 11 अक्टूबर: देश में आए प्रचंड चक्रवाती तूफान ‘तितली’ का प्रकोप अब आंध्र प्रदेश तक पहुंच गया है। गुरुवार को आंध्र प्रदेश में इससे आठ लोगों की मौत हो गई है। आंध्र प्रदेश के साथ श्रीकाकुलम तथा विजयनगरम जिले में बड़े पैमाने पर तबाही मची हुई है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) के मुताबिक, चक्रवात से सामान्य जनजीवन ठप हो गया। बुधवार देर रात से दोनों जिलों में भारी से बहुत भारी बाारिश हो रही है। तूफान से संबंधित अलग-अलग घटनाओं में आठ लोगों की मौत हो गई।एसडीएमए ने बताया कि गुडिवाडा अग्रहारम गांव में 62 वर्षीय महिला पर पेड़ गिरने से उसकी मौत हो गई जबकि श्रीकाकुलम जिले के रोतनासा गांव में एक मकान गिरने से 55 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई। मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने बताया कि छह मछुआरों की मौत हो गई।
न्यूज एजेंसी एएनआई ने आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले में चक्रवाती तूफान 'तितली' की वजह से हुए नुकसान के बाद की तस्वीरें और वीडियो पोस्ट की है। जिसको देखकर आप अंदाजा लगा सकते हैं कि ये तूफान कितना हानिकारक है।
4,319 गांवों और छह शहरों में बिजली वितरण तंत्र प्रभावितसीएमओ ने बताया कि पूर्वी गोदावरी जिले में काकीनाडा से पिछले कुछ दिनों में समुद्र में उतरी 67 नौकाओं में से 65 सुरक्षित तट तक लौट आयी। उसने विज्ञप्ति में बताया कि शेष दो नौकाओं को सुरक्षित वापस लाने के प्रयास किए जा रहे हैं। श्रीकाकुलम जिले में सड़क नेटवर्क को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा है जबकि बिजली वितरण नेटवर्क भी काफी प्रभावित हुआ है।तेज हवाएं चलने से 2,000 से ज्यादा बिजली के खंभे उखड़ गए। ईस्टर्न बिजली वितरण कंपनी ने कहा कि श्रीकाकुलम जिले में 4,319 गांवों और छह शहरों में बिजली वितरण तंत्र प्रभावित हुआ।
दूरसंचार नेटवर्क भी प्रभावितपेड़ों के उखड़ने से चेन्नई-कोलकाता राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात भी बाधित हुआ। जिले में दूरसंचार नेटवर्क भी प्रभावित हुआ। पूर्वी तटीय रेलवे के साथ-साथ दक्षिण मध्य रेलवे ने कई ट्रेनों को रद्द कर दिया जबकि कुछ के मार्ग में परिवर्तन कर दिया।कुछ एक्सप्रेस ट्रेनों का दूसरे क्षेत्रों से मार्ग परिवर्तन कर दिया गया। श्रीकाकुलम जिले में बागवानी वाली फसलों को बड़ा नुकसान पहुंचा जबकि विजयनगरम में धान के खेतों को काफी नुकसान पहुंचा। एसडीएमए की प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, नारियल, केले और आम के पेड़ों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा है।कोताबोम्माली (24.82 सेमी.), संथाबोम्माली (24.42 सेमी.), इच्छापुरम (23.76 सेमी.) और तेक्काली (23.46 सेमी.) के बाद पलासा, वज्रापुकोत्तुरू, नंदीगाम इलाकों में 28.02 सेमी. बारिश दर्ज की गई। सीएमओ ने बताया कि श्रीकाकुलम जिले के अन्य मंडलों में दो सेमी. से 13.26 सेमी. तक बारिश दर्ज की गई।
केंद्र ने चक्रवात के चलते ओडिशा, आंध्र प्रदेश, बंगाल भेजे 1,000 एनडीआरएफ कर्मी
केंद्र ने चक्रवात ‘तितली’ के तट की ओर बढ़ने के मद्देनजर स्थिति से निपटने के लिए बुधवार को ओडिशा, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एन डी आर एफ) के तकरीबन 1,000 कर्मी भेजे।
इसके साथ ही इसने खाद्य सामग्री, ईंधन के भंडारण तथा बिजली आपूर्ति एवं दूरसंचार लाइनों को सुचारू रखने के भी निर्देश दिए। कैबिनेट सचिव पी के सिन्हा की अध्यक्षता में राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति की बैठक में चक्रवात के मद्देनजर तैयारियों पर चर्चा की गई।
ओडिशा और आंध्र प्रदेश के बीच तट से चक्रवात के टकराने की आशंका के बीच हुई इस बैठक में ऐहतियाती कदमों पर भी विमर्श किया गया। पर सवाल सुनते ही भाग निकले राहुल गांधी, दिया ऐसा रिएक्शन
(समाचार एजेंसी भाषा इनपुट)