गोवा में महादयी वन्यजीव अभयारण्य में एक और बाघ का कंकाल मिलने के बाद पिछले चार दिन के भीतर इस तरह की यह तीसरी घटना है। एक वरिष्ठ वन अधिकारी ने यह जानकारी दी। वन अधिकारियों को इससे पहले रविवार और मंगलवार रात को वन के अंदर दो शावकों के कंकाल मिले थे।
अधिकारी ने बताया, ‘‘बुधवार को तलाश अभियान के दौरान महादयी वन्यजीव अभयारण्य के अंदर स्थित सत्तारी तालुका में गोलावली गांव के वन क्षेत्र में एक बाघिन का कंकाल मिला जो दोनों शावकों की मां थी।’’
उन्होंने बताया कि बाघ का यह नया कंकाल घटनास्थल से एक किलोमीटर के दायरे में मिला था जहां से इससे पहले दो कंकाल मिले थे। वन विभाग द्वारा लगाए गए कैमरों में 23 दिसंबर, 2019 को क्षेत्र में घूम रही बाघिन और उसके तीन शावकों की तस्वीरें कैद हुई थीं।
प्रथमदृष्टया वन विभाग को संदेह हुआ कि बाघों द्वारा मवेशियों के शिकार से नाराज ग्रामीणों ने ‘‘बदला लेने’’ के लिए उन्हें जहर दे दिया। अधिकारियों ने मंगलवार को गोलावली गांव से चार लोगों को हिरासत में लिया था।
अधिकारी ने बताया कि महादयी वन में और बाघों के अवशेष का पता लगाने के लिए तलाश अभियान चलाया जा रहा है। वन्यजीव संरक्षण कानून के तहत अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। गोवा के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे ने बाघों की मौत के मामले में केंद्रीय टीम से जांच कराने की मांग की है। महादयी वन क्षेत्र राणे के विधानसभा क्षेत्र में आता है।
राणे ने बुधवार को ट्वीट किया, ‘‘महादयी वन्यजीव अभयारण्य, सत्तारी में मृत पाए गए इन दो शावकों के संदर्भ में मैं केंद्रीय वन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से इस मामले में दखल देने और इस संबंध में विस्तृत जांच के लिए केंद्रीय टीम भेजने का अनुरोध करता हूं।’’