जम्मू शहर में तालाब तिल्लो इलाके में आग लगने के बाद एक इमारत गिर गई। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे दमकल कर्मी जब आग पर काबू पा रहे थे तभी यह बिल्डिंग ढह गई। इस दौरान बचाव कार्य में जुटे चार दमकल कर्मी और दो नागरिक इमारत में दब गए। मौके पर पहुंची पुलिस और एनडीआरएफ की टीम ने बचाव अभियान शुरू किया। इस दौरान दो दमकल कर्मियों के शव निकाले जा चुके हैं। वहीं एक दमकलकर्मी और दो नागरिकों को घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एक दमकलकर्मी अभी भी मलबे में दबा हुआ है।
गोल पुली इलाके में स्थित लकड़ी के टाल में आज तड़के संदिग्ध परिस्थितियों में लगी आग में 3 दमकल कर्मियों की मौत हो गई जबकि दो दमकल कर्मियों सहित छह लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। अधिकारियों ने फिलहाल दो मौतों की पुष्टि की है। घायलों का इलाज राजकीय मेडिकल कालेज अस्पताल में चल रहा है।
दरअसल टाल में बनी तीन मंजिला इमारत आग बुझाते समय ताश के पत्तों की तरह ढह गई और इसकी चपेट में नौ लोग आ गए। छह लोगों जिनमें दो दमकल कर्मी भी मौजूद थे, को वहां मौजूद पुलिस जवानों व आपदा प्रबंधन टीम के सदस्य ने बचा लिया परंतु तीन कर्मी मलवे में ही फंस गए। घंटों चले बचाव कार्य के बाद भी मलवे में दबे तीनों कर्मियों जिंदा नहीं बचाया जा सका।
हालांकि पुलिस ने उनके शव मलवे से निकाल राजकीय मेडिकल कालेज अस्पताल पहुंचा दिए हैं। मारे गए दमकल कर्मियों की पहचान 32 वर्षीय विमल रैना पुत्र मनोहर कृष्णा रैना निवासी जानीपुर, रतन चंद और असलम चौधरी निवासी नौशहरा के तौर पर हुई है। रैना रूपनगर फायर ब्रिगेड कार्यालय में तैनात थे।
पुलिस के अनुसार यह हादसा तड़के करीब साढ़े चार बजे पेश आया। गोल पुली इलाके में स्थित लकड़ी के टाल में अचानक आग लग गई। देखते ही देखते आग फैल गई। गनिमत यह थी कि लकड़ी के टाल में बनी दो मंजिला रिहायशी इमारत में रहने वाले लोगों को समय रहते इसका पता चल गया। वह बिल्डिंग से बाहर निकल आए और दमकल विभाग को इसकी सूचना दे दी। कुछ ही मिनटों पर वहां पहुंचे दमकल विभाग के कर्मियों ने आग पर काबू पाने का प्रयास शरू कर दिया। बिल्डिंग में लगी आग को बुझाने के लिए करीब छह से सात दमकल कर्मी अंधर घुसे थे।