जो मिर्च का रंग तय नहीं कर पाते, वह किसानों का क्या भला करेंगे : स्मृति ईरानी ने तंज कसा

By भाषा | Updated: December 18, 2020 20:31 IST2020-12-18T20:31:12+5:302020-12-18T20:31:12+5:30

Those who cannot determine the color of chilli, what will they do to the farmers: Smriti Irani tightens | जो मिर्च का रंग तय नहीं कर पाते, वह किसानों का क्या भला करेंगे : स्मृति ईरानी ने तंज कसा

जो मिर्च का रंग तय नहीं कर पाते, वह किसानों का क्या भला करेंगे : स्मृति ईरानी ने तंज कसा

मेरठ (उत्तर प्रदेश), 18 दिसंबर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने शुक्रवार को विपक्ष को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि नए कृषि कानूनों को लेकर वह सिर्फ किसानों के बीच भ्रम फैला रही है और उसका खेती और किसानों की भलाई से कोई वास्ता नहीं है।

ईरानी ने कांग्रेस नेता पर तंज कसते हुए कहा, ‘‘जो लोग यह तय नहीं कर पाते कि मिर्च हरी है या लाल। जो 40 इंच का आलू उगाते हैं। क्या वह किसान हैं, क्या उन्हें किसानी की समझ है।’’

कृषि कानूनों पर जागरुकता अभियान के तहत मेरठ में आयोजित किसान सभा में ईरानी ने कहा, ‘‘विपक्ष के नेता कह रहे हैं कि जिन्हें खेती-किसानी की जानकारी नहीं वह लोग बिल तैयार कर रहे हैं। मैं उनसे पूछना चाहती हूं कि क्या राहुल गांधी किसान हैं? क्या सोनिया गांधी किसान हैं?’’

अमेठी से दशकों तक गांधी परिवार के सदस्य के सांसद रहने पर तंज करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘अमेठी में 50 साल तक एक परिवार राज करता रहा, और आप जानते हैं कि वहां किसानों की क्या दुर्दशा रही। लेकिन आज वहां का किसान खुशहाली की तरफ बढ़ रहा है।’’

ईरानी ने कहा कि केन्द्र के इन कानूनों की मदद से किसानों को आजादी मिली है कि वह जहां चाहे अपनी फसल बेच सकता है, इससे सिर्फ उसे लाभ ही होगा।

कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ‘‘गांधी परिवार, जिसने कांग्रेस को डुबोया है वहीं अब किसानों के कंधे से हल उतारकर, उसपर राजनीतिक बंदूक रख कर चला रहा है। दिल्‍ली के दंगों में जो लोग शामिल रहे वहीं लोग अब किसानों के हित में पोस्‍टर लिए घूम रहे हैं।’’

किसान सभा को केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान, मेरठ-हापुड़ सांसद राजेंद्र अग्रवाल, कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा, प्रदेश सरकार के मंत्री कपिल देव अग्रवाल और अतुल गर्ग आदि भाजपा नेताओं ने भी संबोधित किया।

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