तिरुवनंतपुरमः 21 वर्षीय आर्या राजेंद्रन देश की सबसे युवा मेयर बनने जा रही हैं. केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम की नई मेयर के तौर पर उनका नाम माकपा की जिला इकाई ने आगे बढ़ाया गया था.
कॉलेज की छात्रा आर्या इस बार का नगर निकाय चुनाव जीता हैं. वह मुडावंमुगल वार्ड से पार्षद चुनी गई हैं. वहीं एलडीएफ के मौजूदा मेयर को हार का सामना करना पड़ा है. बता दें कि तिरुवनंतपुरम नगर निगम चुनाव में माकपा के नेतृत्व वाले लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट को एक बार फिर जीत मिली है.
100 वार्डों में एलडीएफ को 51, एनडीए को 34, यूडीएफ को 10 तथा अन्य के खाते में पांच सीटें आई हैं. बताया जाता है कि पहले पार्टी द्वारा पेरूरकाडा वार्ड के पार्षद और वरिष्ठ नेता जमीला श्रीधरन का नाम मेयर पद के लिए आगे बढ़ाया गया था, लेकिन युवाओं के बीच आर्या की लोकप्रियता को देखते हुए माकपा ने उन्हें इस पद के लिए चुना. आर्या महिलाओं से जुड़े विकास के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना चाहती हैं.
केरल की 21 वर्षीय आर्या राजेंद्रन सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) पार्षद के रूप में शपथ लेने के लिए छह दिन पहले यहां नगर निगम भवन के प्रतिष्ठित परिषद सभागार पहली बार आयी थीं. वैसे तो वह विभिन्न पार्षदों के बीच ‘बच्ची’ जैसी थीं लेकिन आत्मविश्वास से भरी आर्या राजेंद्रन ने परिपक्व व्यक्ति की भांति शपथ ली.
आर्या राजेंद्रन फिलहाल शहर के एक कॉलेज में द्वितीय वर्ष की छात्रा हैं, भाजपा नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस 27 साल की उम्र में नागपुर नगर निगम के महापौर बने थे. उन्हें आ रहे असीम बधाई संदेशों के बीच यहां मुदावनमुकल में अपने साधारण से किराये के मकान में आर्या राजेंद्रन ने कहा कि उन्हें नयी जिम्मेदारी के बारे में पार्टी की ओर से आधिकारिक रूप से सूचना नहीं मिली है.
छात्रा से पार्षद बनी 21 वर्षीय नवयुवती ने उस दिन यह नहीं सोचा था कि वह शीघ्र ही महापौर के रूप में इस ऐतिहासिक सभागार में लौटेंगी, यदि सभी चीजें उम्मीदों के अनुसार आगे बढ़ीं तो आर्या राजेंद्रन केरल की राजधानी की न केवल नयी बल्कि देश में सबसे कम उम्र की महापौर बन जाएंगी. उन्होंने कहा, ’मैंने विश्वास और साहस के साथ चुनाव का सामना किया । मेरी पार्टी मुझे जो भी जिम्मेदारी देती है, मैं उसका निर्वहन करने के लिए तैयार हूं, मेरा सपना राजनीति और अपनी पढ़ाई को आगे ले जाना है.’
(इनपुट एजेंसी)