लखीमपुर खीरी में हालात धीरे धीरे सामान्य हो रहे
By भाषा | Updated: October 5, 2021 15:43 IST2021-10-05T15:43:37+5:302021-10-05T15:43:37+5:30

लखीमपुर खीरी में हालात धीरे धीरे सामान्य हो रहे
लखीमपुर खीरी (उप्र), पांच अक्टूबर उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में निषेधाज्ञा अब भी लागू है और इंटरनेट सेवाएं निलंबित हैं, लेकिन शहर में मंगलवार को स्थिति धीरे धीरे सामान्य होती नजर आई।
गौरतलब हैं कि रविवार को यहां तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन के दौरान हुई हिंसा में चार किसानों सहित आठ लोग मारे गए थे ।
जिला मुख्यालय से लगभग 60 किलोमीटर दूर तिकोनिया गांव के रास्ते में कुछ महत्वपूर्ण स्थानों पर सुरक्षा बल के जवानों को गश्त करते देखा जा सकता है। लखीमपुर रेलवे स्टेशन, बाजार और अन्य स्थानों पर सामान्य गतिविधियां देखी गईं। दुकानों में भी सामान्य रूप से कारोबार होता दिखा।
पीटीआई-भाषा के संवाददाता ने देखा कि जिले में बच्चे यूनिफार्म पहने अपने स्कूलों और कोचिंग संस्थानों में जा रहे हैं। सार्वजनिक परिवहन वाहन जिला मुख्यालय के साथ-साथ तिकोनिया में भी सड़कों पर सामान्य रूप से चलते देखे गये।
रेलवे स्टेशन के पास एक दुकानदार बिनोद सिंह ने बताया "हमें अपनी आजीविका का भी ध्यान रखना है और इसीलिए हम काम कर रहे हैं।"
जिला प्रशासन के सूत्रों ने कहा कि लखीमपुर में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा अभी भी लागू है और रविवार की घटना के मद्देनजर कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के उपायों के तहत इंटरनेट सेवाएं काम नहीं कर रही हैं।
जिला मुख्यालय के साथ-साथ तिकोनिया गांव के रास्ते में भी महत्वपूर्ण स्थानों पर सुरक्षाकर्मी गश्त लगाते देखे गए लेकिन यह पिछले दो दिनों की तरह अधिक संख्या में नहीं थे । बहरहाल, तिकोनिया जाने के रास्ते में निघासन तहसील में पर्याप्त संख्या में पुलिसकर्मी देखे गए । इसी तहसील के तहत बनबीरपुर गांव आता है जो केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा का पैतृक गांव है।
रविवार को हुई घटना के बाद से मंत्री विवादों में हैं और घटना के संबंध में उनके बेटे आशीष मिश्रा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
घटना के बाद चर्चा के केंद्र में रहे तिकोनिया में न तो प्रदर्शनकारी किसानों और न ही आम नागरिकों की भीड़ देखी गई, लेकिन आयोजन स्थल से कुछ दूर "गुरुद्वारा कोढ़ीवाला घाट साहिब" पर लोगों की भीड़ देखी गई।
रविवार की घटना के संबंध में तिकोनिया थाने में दो प्राथमिकी दर्ज की गई हैं।
थाने में देखे गए एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि वह बाराबंकी से कानून व्यवस्था की ड्यूटी के लिए यहां आये है। कुछ सिखों को भी थाने में देखा गया लेकिन उन्होंने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया।
तिकोनिया थाने मौजूद पुलिसकर्मियों ने भी दर्ज प्राथमिकी और उसके बाद की कार्रवाई के बारे में कुछ भी बोलने से मना कर दिया।
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