गुवाहाटी: असम के स्वास्थ्य मंत्री हेमंत विश्व सरमा ने बुधवार को कहा कि राज्य में लगातार सातवें दिन कोविड-19 का कोई नया मामला सामने नहीं आया। उन्होंने उम्मीद जतायी कि यदि लोग एकदूसरे से दूरी बनाये रखने के नियम का पूरी कड़ाई से पालन करते रहे तो राज्य में एक मई तक संक्रमण का कोई मामला नहीं होगा। सरमा ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वर्तमान में राज्य में कोरोना वायरस के अभी भी संक्रमित 14 व्यक्ति हैं।
34 व्यक्ति जांच में संक्रमित पाये गए थे और एक व्यक्ति की मौत हो गई थी, वहीं 19 व्यक्तियों को ठीक होने के बाद अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई है। मोरीगांव जिले के रहने वाले दो व्यक्ति 16 अप्रैल को कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गए थे। दोनों दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में तबलीगी जमात कार्यक्रम में शामिल होने वालों के सम्पर्क में आये व्यक्तियों के सम्पर्क में आये थे।
दोनों के संक्रमित पाये जाने के बाद, मोरीगांव के उपायुक्त रितुराज बोरा और पुलिस अधीक्षक स्वप्निल डेका के नमूनों की जांच की गई क्योंकि वे उनके संपर्क में आए थे, लेकिन उनकी रिपोर्ट निगेटिव आयी। अधिकारी वर्तमान में घर पर पृथक हैं। असम में संक्रमित पाये गए 34 में से 33 लोग तबलीगी जमात कार्यक्रम से संबंधित हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, ‘‘पिछले सात दिनों से संक्रमण का कोई नया मामला सामने नहीं आया है। हमें उम्मीद है कि एक मई तक असम में संक्रमण का कोई मामला नहीं होना चाहिए, बशर्ते लोग एकदूसरे से दूरी बनाए रखने के नियम का पालन करें।’’ हालांकि, उन्होंने कहा कि लोगों के एक दूसरे से दूरी नहीं बनाए रखने के मामले सामने आए हैं और इससे नए मामले सामने आ सकते हैं। सरमा ने कहा कि राज्य की छह प्रयोगशालाओं में अभी तक किए गए जांच की कुल संख्या 5,789 है, जिनमें 34 की जांच रिपोर्ट में संक्रमण की पुष्टि हुई है, 214 की जांच रिपोर्ट का इंतजार है और शेष निगेटिव पाए गए हैं।
उन्होंने कहा कि असम के अलावा, पड़ोसी राज्यों मेघालय, मिजोरम और नागालैंड के कुछ मरीजों की भी जांच की गई। मंत्री ने कहा कि राज्य में कोविड-19 के कारण मृत्यु दर 2.94 प्रतिशत है जबकि राष्ट्रीय स्तर पर 3.3 प्रतिशत और वैश्विक औसत सात प्रतिशत है। राज्य में वर्तमान में 9,960 रैपिड टेस्टिंग किट हैं लेकिन बुधवार से शुरू होने वाली जांच को भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के निर्देश के बाद स्थगित कर दिया गया है।
आईसीएमआर ने मंगलवार को राज्यों को अगले दो दिनों के लिए रैपिड एंटीबॉडी जांच किट का उपयोग रोकने की सलाह दी थी जब तक कि वह उन शिकायतों के मद्देनजर उनकी गुणवत्ता की जांच नहीं कर लेता कि वे पूरी तरह से प्रभावी नहीं हैं। सरमा ने कहा, ‘‘हम आधिकारिक संचार प्राप्त करते ही जांच शुरू करने के लिए तैयार हैं।’’
उन्होंने कहा कि नयी दिल्ली में आपूर्तिकर्ताओं के पास लगभग एक लाख जांच किट हैं और जब हमें इसकी आवश्यकता होगी, हमें उपलब्ध कराया जाएगा। मंत्री ने कहा कि राज्य में लगभग दो लाख व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई), 83,000 एन-95 मास्क और 70 लाख से अधिक ट्रिपल लेयर मास्क हैं।