केंद्र सरकार की निजीकरण की नीतियों के खिलाफ देश का मजदूर सडक़ों पर संघर्ष कर रहा है : करात
By भाषा | Updated: October 31, 2021 21:41 IST2021-10-31T21:41:48+5:302021-10-31T21:41:48+5:30

केंद्र सरकार की निजीकरण की नीतियों के खिलाफ देश का मजदूर सडक़ों पर संघर्ष कर रहा है : करात
सीकर (राजस्थान), 31 अक्टूबर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के पूर्व महासचिव व पोलित ब्यूरो सदस्य प्रकाश करात ने रविवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र सरकार की निजीकरण की नीतियों के खिलाफ देश का मजदूर सडक़ों पर उतरकर संघर्ष कर रहा है।
करात रविवार को यहां जयपुर रोड स्थित संजीवनी पैलेस में माकपा के23 वें राज्य सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे।
राज्य सम्मेलन में करात ने केन्द्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि 11 महीनों से देश का किसान दिल्ली की सीमा पर कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर बैठा है लेकिन केन्द्र की नरेंद्र मोदी सरकार हठधर्मिता दिखा रही है और बातचीत नहीं कर रही है।
उन्होंने केंद्र की सरकार के खिलाफ किसान, मजदूर व मेहनतकश जनता को एकजुट होकर संघर्ष करने का आह्वान किया। सम्मेलन को माकपा केंद्रीय समिति के सदस्य हन्नान मौला ने भी संबोधित किया।
उन्होंने केरल में माकपा के नेतृत्व वाले वाम मोर्चे की सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि कोरोना संक्रमित 95 प्रतिशत मरीजों का इलाज सरकारी अस्पतालों में एकदम मुफ्त किया गया है।
उन्होंने कहा कि केरल में शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति हुई है और निजी स्कूलों से विद्यार्थी सरकारी स्कूलों में दाखिला ले रहे हैं इसी का नतीजा है कि केरल में सरकारी स्कूलों में प्रवेश लेने वालों की संख्या में चार लाख छात्रों की हर साल वृद्धि हो रही है।
माकपा के राज्य सचिव पूर्व विधायक अमराराम ने तीन दिवसीय सम्मेलन की कार्ययोजना पेश की। सम्मेलन में प्रदेशभर के करीब 250 से ज्यादा प्रतिनिधि भाग लेकर राज्य की राजनीतिक, सामाजिक व आर्थिक विषयों पर चिंतन मनन कर रहे हैं।
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