तिरुवनंतपुरम, 12 सितंबर कैथोलिक बिशप जोसेफ कल्लारंगत के कथित ‘लव और नारकोटिक जिहाद’ संबंधी विवादास्पद बयान पर कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच छिड़ी जुबानी जंग रविवार को तेज हो गई। कांग्रेस ने कहा कि वह नहीं चाहती कि संघ परिवार यहां पकड़ मजबूत करे जबकि भाजपा ने दावा किया कि माकपा और कांग्रेस इस मुद्दे पर बिशप को अलग-थलग कर रहे हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के. मुरलीधरन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पार्टी बिशप पर हमला नहीं बोल रही बल्कि एक भूल की ओर संकेत कर रही है कि दक्षिणी राज्य में शराब और मादक पदार्थ माफिया के इस्तेमाल का दोष किसी एक धार्मिक समुदाय को नहीं दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसी बात पर बिशप की टिप्पणियों से कांग्रेस की राय मेल नहीं खाती और पार्टी राज्य में सांप्रदायिक सौहार्द चाहती है, वह नहीं चाहती कि संघ परिवार यहां पर अपनी पकड़ मजबूत करे।
मुरलीधरन की टिप्पणियों के जवाब में भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष के. सुरेंद्रन ने कहा कि बिशप की टिप्पणी आतंकवाद के खिलाफ थी लेकिन इससे ‘‘कांग्रेस और माकपा को तकलीफ हुई’’ और वे अब हर ओर से बिशप पर निशाना साध रहे हैं जो अस्वीकार्य है।
एसएनडीपी नेता वेलापल्ली नातेसन के 84वें जन्मदिन पर संवाददाताओं को संबोधित करते हुए सुरेंद्रन ने आरोप लगाया कि दोनों पार्टियों की प्रतिक्रिया से संकेत मिलता है कि कांग्रेस और माकपा अपनी वोट बैंक की राजनीति के तहत धार्मिक आतंकवाद को बढ़ावा दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस और माकपा के हमलों के खिलाफ भाजपा बिशप को पूरा सहयोग देगी।
इससे पहले मुरलीधरन ने कहा था कि ऐसे मुद्दे नहीं होने चाहिए और धार्मिक समूहों के बीच कोई भी मतभेद साथ बैठकर सुलझाया जाना चाहिए।
जोसेफ कल्लारंगत ने बृहस्पतिवार को कहा था कि केरल में ईसाई लड़कियां ‘‘लव और नारकोटिक जिहाद’’ का शिकार बन रही हैं तथा जहां हथियारों का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता, वहां दूसरे धर्मों के युवाओं को बर्बाद करने के लिए चरमपंथी ऐसे तरीके अपना रहे हैं।
जिले के एक चर्च में श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए बिशप ने कहा था कि ‘‘लव जिहाद’’ के तहत गैर मुस्लिम, विशेषकर ईसाई समुदाय की लड़कियों को बड़े स्तर पर प्रेमजाल में फंसाकर उनका धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है और आतंकवाद जैसे कृत्यों के लिए उनका इस्तेमाल किया जा रहा है।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।