लाइव न्यूज़ :

राजस्थान में बहुप्रतीक्षित राजनीतिक नियुक्तियों की शुरुआत, 33 निकायों में 196 सदस्यों का मनोनयन

By भाषा | Updated: June 14, 2021 21:38 IST

Open in App

जयपुर, 14 जून राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने बहुप्रतीक्षित राजनीतिक नियुक्तियों की शुरूआत करते हुए सोमवार को 33 निकायों में 196 नगर पालिका व नगर परिषद सदस्यों का मनोनयन किया।

उल्लेखनीय है कि राज्य में लगभग 30000 राजनीतिक नियुक्तियां होनी हैं और विशेषकर पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट व उनके समर्थक विधायक लंबे समय से इसकी मांग कर रहे हैं।

स्वायत्त शासन विभाग की ओर से जारी सूची के अनुसार 33 निकायों में सदस्यों का मनोनयन किया गया है। इनमें जयपुर-शाहपुरा नगर पालिका में छह, प्रतापगढ़ नगर परिषद में आठ, धौलपुर-राजाखेड़ा नगर पालिका में छह, बारां की अंता नगरपालिका में छह, मांगरोल नगरपालिका में दो, बूंदी के नैनवा नगर पालिका में छह, डूंगरपुर नगर परिषद में आठ, सागवाड़ा नगर पालिका में छह,पाली नगर परिषद में तीन, बाड़मेर नगर परिषद में आठ और बालोतरा नगर परिषद में तीन सदस्य मनोनीत किए गए हैं।

वहीं, उदयपुर की सलूंबर नगरपालिका में छह, सरवाड़ नगरपालिका में छह, केकड़ी पालिका में छह, विजयनगर पालिका में छह, खेड़ली पालिका में छह, भीनमाल पालिका में छह, कुचामनसिटी पालिका में छह, नावा पालिका में छह, मंडावा पालिका में छह, खेतड़ी पालिका में छह और बग्गड़ पालिका में छह सदस्य मनोनीत किए गए हैं।

बीदासर पालिका में छह, रतननगर पालिका में छह, सरदारशहर पालिका में छह, कपासन पालिका में छह, संगरिया पालिका में छह, पीलीबंगा पालिका में छह, रावतसर पालिका में छह, नाथद्वारा पालिका में चार, परबतसर पालिका में छह, राजसमन्द नगर परिषद में आठ और सुजानगढ़ नगर परिषद में आठ सदस्य मनोनीत किए गए हैं।

उल्लेखनीय है कि राजस्थान में जिला स्तर पर विभिन्न निगमों व बोर्ड में लगभग 30 हजार राजनीतिक नियुक्तियां होनी हैं जो किसी न किसी कारण से लगातार टल रही हैं। जिला स्तर पर राजनीतिक नियुक्तियों के लिए इस साल 9-10 फरवरी तक नाम मांगे गए थे। तब कांग्रेस महासचिव व प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने कहा था, ‘‘हम लोगों की कोशिश रहेगी कि जिला स्तर पर जो बोर्ड व निगम हैं जहां लगभग 25 से 30 हजार राजनीतिक नियुक्तियां होनी हैं, इसकी कार्रवाई हम फरवरी के पहले पखवाड़े में पूरा कर लें।’’

लेकिन उसके बाद विधानसभा का बजट सत्र व विधानसभा की तीन सीटों पर उपचुनाव के चलते मामला टल गया।

पूर्व उपमुख्यमंत्री पायलट व उनके समर्थक विधायक लगातार इन नियुक्तियों की मांग कर रहे हैं। पिछले हफ्ते ही पायलट खेमे के विधायक वेदप्रकाश सोलंकी, मुकेश भाकर और रामनिवास गावड़िया ने अशोक गहलोत द्वारा मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों में देरी को लेकर सवाल खड़े किए और नियुक्तियां जल्द करने की मांग की।

उल्लेखनीय है कि राज्य में इन नियुक्तियों को लेकर लगभग ढाई साल से, गहलोत सरकार के सत्ता में आने के बाद से ही कयास लगाए जा रहे हैं। राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि इस तरह की नियुक्तियों से सत्तारूढ़ पार्टी अपने निष्ठावान कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों को उपकृत करती है।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

स्वास्थ्यजहरीली हवा से आफत में लोग?, प्रदूषण से मिलकर लड़ेंगे सभी राजनीतिक दल?

भारतदेश में 216 बड़े बांधों की सुरक्षा को लेकर गंभीर स्थिति?, गंभीर खामियां, तत्काल मरम्मत की जरूरत

पूजा पाठPanchang 18 December 2025: जानें आज कब से कब तक है राहुकाल और अभिजीत मुहूर्त का समय

पूजा पाठAaj Ka Rashifal 18 December 2025: आज सिंह समेत 4 राशिवालों की आर्थिक स्थिति में होगा सुधार, धन आने की संभावना

कारोबारBank Holiday: आज से लेकर अगले 5 दिनों तक बंद रहेंगे बैंक, जानिए RBI ने क्यों दी लंबी छुट्टी

भारत अधिक खबरें

भारतBMC Elections 2026: उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे 2026 के नगर निगम चुनावों के लिए करेंगे संयुक्त रैलियां? संजय राउत ने दी बड़ी अपडेट

भारतBMC Elections 2026: नवाब मलिक के नेतृत्व विवाद को लेकर बीजेपी के गठबंधन से इनकार के बीच एनसीपी अकेले चुनाव लड़ने को तैयार

भारतUP: दो साल में भी योगी सरकार नहीं खोज पायी नया लोकायुक्त, जनवरी 2024 में खत्म हो गया था वर्तमान लोकायुक्त का कार्यकाल

भारतLokmat Parliamentary Awards 2025: डॉ. विजय दर्डा ने कहा- लोकमत लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के रूप में अपनी भूमिका निभा रहा है

भारतLokmat Parliamentary Awards 2025 : आरपीआई प्रमुख रामदास आठवले ने कहा- मैं जिनके साथ रहता हूं उन्हें सत्ता मिलती है