नई दिल्ली, 2 नवंबरः पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव करीब आते ही राहुल गांधी राफेल विमान सौदे को लेकर अधिक हमलावर हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि राफेल सौदे में 30 हजार करोड़ का भ्रष्टाचार हुआ है और इसकी पहली किस्त आ चुकी है। उन्होंने कहा कि ये भ्रष्टाचार का ओपेन एंड शट केस है। उन्होंने आरोप लगाया है कि अनिल अंबानी की घाटे में चलने वाली कंपनी दसॉ के द्वारा 284 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया। राहुल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि राफेल विमान के सौदे में दलाली दी गई।
उन्होंने कहा कि यह मोदी और अनिल अंबानी के बीच भ्रष्टाचार की डील है। राहुल ने कहा, ' मोदी के अलावा किसी और ने ये फैसला नहीं लिया है। अगर जांच शुरू हुई तो मोदी बच नहीं पाएंगे। अगर नरेंद्र मोदी इसमें शामिल नहीं होते तो जांच के आदेश दे देते। पीएम मोदी को नींद नहीं आ रही। वो तनाव में हैं।'
राहुल गांधी ने कहा, 'सुप्रीम कोर्ट ने विमानों की कीमत मांगी है लेकिन सरकार ने कहा कि नहीं बता सकते। मैंने फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति मैक्रों से पूछा था कि हिंदुस्तान के जहाज को जनता के पैसे से खरीदा गया है फिर आप जनता को कीमत क्यों नहीं बता रहे। मैक्रों ने कहा कि सीक्रेट पैक्ट में प्राइस का क्लॉज है ही नहीं।'
राहुल गांधी ने कहा कि दसॉल्ट कंपनी की सालाना रिपोर्ट में विमानों की कीमत लिखी हुई है। राफेल सौदा भ्रष्टाचार का एक ओपेन एंड शट केस है। भ्रष्टाचार की पहली किस्त 284 करोड़ की आपके सामने आ चुकी है।