अजमेर दरगाह के दीवान ने चरमपंथी संगठनों के उभार पर चिंता जताई
By भाषा | Updated: January 9, 2021 20:50 IST2021-01-09T20:50:05+5:302021-01-09T20:50:05+5:30

अजमेर दरगाह के दीवान ने चरमपंथी संगठनों के उभार पर चिंता जताई
जयपुर, नौ जनवरी अजमेर दरगाह के दीवान सैयद जैनुल आबेदीन अली खान ने ऐसे चरमपंथी संगठनों के उभार पर शनिवार को चिंता जताई जो खुद को कथित तौर पर देश में मुसलमानों के एकमात्र प्रतिनिधि के रूप में पेश कर रहे हैं।
उन्होंने देश की विभिन्न दरगाहों के प्रमुखों को वेबिनार में संबोधित करते हुए यह बात कही।
उन्होंने कहा कि सूफीवाद इस्लाम के उच्चतम आदर्शों को मानता है और उसने हमेशा ही आतंकी व अतिवादी ताकतों को खारिज किया है।
दीवान ने आरोप लगाया,''पीएफआई, एसडीपीआई जैसे चरमपंथी संगठन खुद को देश में मुसलमानों के एकमात्र प्रतिनिधि के रूप में पेश करने की कोशिश कर रहे हैं। इसके साथ ही ये संगठन भारत में इस्लाम के एक ‘विशेष रूप’ को चलन में लाना चाहते हैं।''
उन्होंने आरोप लगाया कि ये संगठन देश में महत्वपूर्ण सूफी दरगाहों के पवित्र मंच को हड़पने की कोशिश में भी हैं ताकि अपने गुप्त एजेंडे को आगे बढ़ा सकें।
उन्होंने कहा कि ऐसे संगठन ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की शिक्षाओं को भी ‘ तोड़ मरोड़’ कर पेश करने की कोशिश कर रहे हैं।
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