बलरामपुर (उप्र),11 दिसंबर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व सरकारों में धन, समय और संसाधनों के कथित दुरूपयोग पर शनिवार को दुख जताते हुये कहा कि सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना की लागत 50 साल पहले 100 करोड़ रुपये से कम थी लेकिन इसे पूरा होने के समय इसकी लागत बढ़कर 10 हजार करोड़ रुपये हो गई है।
उन्होंने कहा, ''मैंने पहले की कितनी ही सरकारें देखी हैं, उनका काम-काज भी देखा है। इस लंबे कार्यकाल में जो सबसे ज्यादा अखरा है, वह है देश के धन, देश के समय, देश के संसाधनों का दुरूपयोग। सरकारी पैसे हैं तो मुझे क्या? यह सोच देश के संपूर्ण और संतुलित विकास में सबसे बड़ी रुकावट बन गयी है। इसी सोच ने सरयू नदी परियोजना को भी लटकाए रखा।”
मोदी ने कहा आज से करीब 50 साल पहले इस योजना का काम शुरू हुआ था और अब जाकर इसका काम पूरा हुआ। जब इस परियोजना पर काम शुरू हुआ था तो इसकी लागत 100 करोड़ रुपये से भी कम थी। आज यह लगभग 10 हजार करोड़ रुपये खर्च करने के बाद पूरी हुई।
उन्होंने पूछा, “यह पैसा किसका था? यह लोगों की मेहनत का धन था। पहले की सरकारों की लापरवाही की 100 गुना ज्यादा कीमत देश को चुकानी पड़ी। अगर किसानों को सिंचाई का पानी पहले मिला होता तो वह सोना पैदा करता और देश का खजाना भर देता। अपने बच्चों की शिक्षा-दीक्षा बेहतर कर पाता।''
समाजवादी पार्टी का नाम लिये बिना पार्टी पर कटाक्ष करते हुए मोदी ने कहा कि कुछ की प्राथमिकता उद्घाटन का फीता काटने की थी, जबकि "हमारी प्राथमिकता परियोजनाओं को समय पर पूरा करना है।"
मोदी का तंज सपा प्रमुख अखिलेश यादव के उस ट्वीट के जवाब में आया है जिसमें आज सुबह उन्होंने कहा था कि '‘सपा के समय तीन चौथाई बन चुकी ‘सरयू राष्ट्रीय परियोजना’ के शेष बचे काम को पूर्ण करने में उप्र की भाजपा सरकार ने पांच साल लगा दिए।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्र प्रथम की भावना को सर्वोपरि रखते हुये देश आज हर वह काम कर रहा है जो 21 वीं सदी में हमें नयी ऊंचाई पर ले जाए। देश के विकास के लिये यह भी बहुत जरूरी है कि पानी की कमी कभी बाधा न बने, इसलिये देश की नदियों के जल का सदुपयोग हो, किसानों के खेत तक पर्याप्त पानी पहुंचे यह सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है।
उन्होंने कहा कि सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना का पूरा होना इस बात का सबूत है कि जब सोच इमानदार होती तो काम भी दमदार होता है। आप इसके पूरे होने इंतजार कर रहे थे, घाघरा, सरयू, राप्ती बाढ़ गंगा और रोहिणी की जलशक्ति अब इस क्षेत्र में समृध्दि का नया दौर लेकर आने वाली है। उन्होंने कहा, “बलरामपुर के साथ साथ बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, गोण्डा, सिद्धार्थनगर, बस्ती, संत कबीर नगर, गोरखपुर और महाराजगंज के लाखों किसान बहनों-भाइयों को आज दिल से बहुत-बहुत बधाई देता हूं।”
तमिलनाडु में हेलिकॉप्टर दुर्घटना में जान गंवाने वाले सैनिकों को श्रद्धांजलि देते हुए मोदी ने कहा कि भारत दुख में हैं लेकिन दर्द सहते हुए भी ‘हम ना अपनी गति रोकते हैं और न प्रगति’।
बलरामपुर में सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना राष्ट्र को समर्पित करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) बिपिन रावत की मौत देश के लिए एक क्षति है। उन्होंने हेलिकॉप्टर दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल देवरिया में जन्मे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना भी की।
इसके अलावा, प्रधानमंत्री ने देश के किसानों को 16 दिसंबर को प्राकृतिक खेती के संबंध में आयोजित विशाल कार्यक्रम में शामिल होने के लिए लिये भी आमंत्रित किया।
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