रात्रिकालीन कर्फ्यू की घोषणा ने दिल्ली वालों के नये साल के जश्न को फीका किया

By भाषा | Updated: December 31, 2020 21:22 IST2020-12-31T21:22:24+5:302020-12-31T21:22:24+5:30

The announcement of the nocturnal curfew faded the New Year celebrations of Delhiites | रात्रिकालीन कर्फ्यू की घोषणा ने दिल्ली वालों के नये साल के जश्न को फीका किया

रात्रिकालीन कर्फ्यू की घोषणा ने दिल्ली वालों के नये साल के जश्न को फीका किया

(मानिक गुप्ता)

नयी दिल्ली, 31 दिसंबर रात 12 बजे नये साल का जश्न मनाने के लिए आप कहाँ होंगे? यह सवाल उन तमाम लोगों के मन में था, जो नववर्ष का जश्न मनाने और 2021 का स्वागत करने के लिए दोस्तों व अपने परिजनों के साथ बृहस्पतिवार देर शाम कहीं बाहर जाना चाह रहे थे। लेकिन राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में रात्रिकालीन कर्फ्यू की अचानक की गई घोषणा ने उनकी योजनाओं पर पानी फेर दिया और लोगों के जश्न को फीका कर दिया। घोषणा के तुरंत बाद लोग होटल और रेस्तरां की बुकिंग रद्द कराने लगे।

शहर के कई होटलों और रेस्तरां व अन्य प्रतिष्ठानों ने मध्य रात्रि के इस जश्न लिए बुकिंग ली थी और नए साल के जश्न के लिए सभी तैयारियां शुरू भी कर दी थी, लेकिन कर्फ्यू की घोषण के बाद कार्यक्रम तेजी से रद्द किये जाने लगे।

दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि कोविड​​-19 के प्रसार और ब्रिटेन में इसके एक अत्यधिक संक्रामक प्रकार (स्ट्रेन) के तेजी से फैलने के मद्देनजर 31 दिसंबर को रात 11 बजे से एक जनवरी सुबह छह बजे तक और फिर एक जनवरी को रात 11 बजे से दो जनवरी सुबह छह बजे तक कर्फ्यू लागू किय जाएगा।

आदेश में यह भी कहा गया कि सार्वजनिक स्थानों पर पांच से अधिक लोगों को इकट्ठा होने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

पेशे से व्यवसायी 26 वर्षीय निपुण मल्होत्रा ने कहा, "आप इन सभी प्रतिबंधों के साथ दोस्तों और परिवार के साथ पार्टी नहीं कर सकते ... मैं दोस्तों के साथ बाहर जाने की योजना बना रहा था, लेकिन रात के कर्फ्यू की घोषणा के बाद मेरे माता-पिता ने मुझे यह विचार छोड़ देने के लिए कहा। मैं अब घर पर रहूंगा।"

मल्होत्रा जैसे कई लोग हैं, जो बाहर जाकर नये साल का जश्न मनाना चाहते थे। छोटे-बड़े कई होटलों और रेस्तरां को अपनी प्री-बुकिंग रद्द करने के लिये कॉल आने लगे। हालांकि, इसकी जरुरत नहीं थी।

कोविड-19 महामारी के देश में पैर पसारना शुरू करने के करीब 10 महीने बाद कई प्रतिष्ठान अच्छे कारोबार की उम्मीद कर रहे थे। उन्होंने लोगों को समझाया कि प्रतिबंध "सार्वजनिक स्थानों" के लिए है, जिनमें पार्क, एट्रिअम या कोई भी खुला स्थान शामिल हैं, लेकिन इसमें "लाइसेंस प्राप्त परिसर" शामिल नहीं हैं। लेकिन भ्रम की स्थिति बनी रही और कई ग्राहक परेशान थे और अपने घर वापस जाते वक्त परेशानी से बचने के लिए उन्होंने बुकिंग रद्द कर दी।

डिनरूम और टियो लाउंज के मालिक राहुल सरीन ने पीटीआई-भाषा से कहा, " आदेश में हमलोगों से कहा गया है कि नये साल के जश्न के दौरान ग्राहकों की संख्या हमारी क्षमता के 50 प्रतिशत से अधिक नहीं होनी चाहिए। यह तो हम पहले से ही कर रहे हैं। अन्य सभी प्रतिबंध सार्वजनिक स्थानों के लिए हैं।’’

उन्होंने कहा, "लेकिन रात्रिकालीन कर्फ्यू की घोषणा के बाद 'दिल्ली में नववर्ष का जश्न नहीं' जैसी खबरें देखकर लोग घबराने लगें तथा कुछ और संदेश जाने लगा। इससे हमारे कारोबार पर असर पड़ा है क्योंकि मुझे बुकिंग रद्द करने के लिए कई कॉल आ रहे हैं।"

दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता ईश सिंघल ने भी इसे स्पष्ट करते हुए संदेश जारी किया।

सिंघल ने कहा, "लाइसेंस प्राप्त परिसरों को इसमें छूट दी गई है, वे अपनी लाइसेंस शर्त के साथ काम करना जारी रख सकते हैं, जिसमें बैठने की आधी क्षमता का इस्तेमाल और कोविड-19 से जुड़े अन्य दिशा-निर्देश शामिल हैं।"

राजौरी गार्डन में फ्लाई बार रेस्तरां के मालिक रोहित कोचर जैसे कुछ लोगों ने अंतिम समय में फैसला लेने के लिए सरकार की आलोचना की।

उसने कहा कि दिल्ली में नये साल के जश्न को आखिरी समय में रद्द कर दिया गया। उन्होंने कहा, ‘‘ हमने सारी तैयारियां कर ली थीं।

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Web Title: The announcement of the nocturnal curfew faded the New Year celebrations of Delhiites

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