असम-मिजोरम सीमा पर तनाव, असम ने राजकीय शोक की घोषणा की

By भाषा | Updated: July 27, 2021 16:37 IST2021-07-27T16:37:44+5:302021-07-27T16:37:44+5:30

Tension on Assam-Mizoram border, Assam declares state mourning | असम-मिजोरम सीमा पर तनाव, असम ने राजकीय शोक की घोषणा की

असम-मिजोरम सीमा पर तनाव, असम ने राजकीय शोक की घोषणा की

गुवाहाटी, 27 जुलाई असम सरकार ने मिजोरम के साथ सीमा विवाद को ले कर हुए संघर्ष में पांच पुलिसकर्मियों और एक आम नागरिक की मौत पर मंगलवार से तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की। इस बीच असम-मिजोरम सीमा पर तनाव बना हुआ है और सीमा से लगते कछार जिले के लोगों ने पड़ोसी राज्य की आर्थिक नाकेबंदी की धमकी दी है।

असम सरकार ने एक आदेश जारी करने बताया कि राजकीय शोक की अवधि में राष्ट्र ध्वज आधा झुका रहेगा और सार्वजनिक मनोरंजन के कोई भी कार्यक्रम आयोजित नहीं होंगे।

असम और मिजोरम के बीच सीमा विवाद के सोमवार को अचानक खूनी संघर्ष में तब्दील हो जाने से कम से कम छह लोगों की मौत हो गई और एक पुलिस अधीक्षक समेत 60 अन्य घायल हो गए।

केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस संबंध में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा और मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरामथंगा से बातचीत की और विवादित सीमा पर शांति सुनिश्चित करने की उनसे अपील की। इससे पहले शाह ने पिछले सप्ताह भी पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक करके उनसे सीमा विवाद को हल करने की अपील की थी।

इस वर्ष मई में नगालैंड-असम सीमा पर गोलीबारी के चलते इसी प्रकार का तनाव पैदा हो गया था। उस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ था।

सरमा ने सिलचर में मंगलवार को पांचों पुलिसकर्मियों को पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने ट्वीट किया,‘‘ असम पुलिस के वीर कर्मियों की मौत से हम बेहद शोकाकुल है। मैं सिलचर पुलिस अधीक्षक कार्यालय गया था और मैंने वहां पांचों शहीद पुलिसकर्मियों को पुष्पांजलि अर्पित की और उनके बलिदान को सलाम करता हूं।’’

इससे पहले वह सिलचर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल गए और उन्होंने संघर्ष में घायल पुलिकर्मियों से मुलाकात की।

कछार के पुलिस अधीक्षक वैभव चंद्रकांत निम्बालकर को वायु सेना की एयर एंबुलेंस से मुंबई के एक अस्पताल ले जाया गया है।

अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री अंतर राज्यीय सीमा पर भी जा सकते हैं जहां हालात ‘‘तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में हैं।’’

विशेष पुलिस महानिदेशक जी पी सिंह ने ट्वीट किया, ‘‘हम शहीद हुए हमारे सहयोगियों के परिवारों की मदद के लिए जो संभव होगा, करेंगे। घायलों की पूरी देखभाल की जाएगी।’’ सिंह ने कहा, ‘‘दोषियों को न्याय के दायरे में लाने और असम की संवैधानिक सीमा की अखंडता की रक्षा के लिए सभी कानूनी और संचालनात्मक कदम उठाए जाएगें।’’ उन्होंने इस बात के संकेत दिए कि असम के पुलिसकर्मियों पर गोली चलाने वाले मिजो पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

इस बीच काबूगंज और ढोलई इलाके के लोगों ने किसी भी वाहन को पड़ोसी राज्य में जाने से रोकने के लिए मंगलवार सुबह नौ बजे से मिजोरम की ओर जाने वाली “सड़कों को अनिश्चितकालीन के लिए बंद” कर दिया।

सामाजिक कार्यकर्ता जाबिर हुसैन लस्कर ने संवाददाताओं को बताया कि सीमावर्ती कस्बों और गांवों के लोग भी बुधवार से अनिश्चितकालीन ‘आर्थिक नाकेबंदी’ शुरू करेंगे। उन्होंने असम सरकार से सीमा विवाद को सुलझाने के लिए कदम उठाने का अनुरोध किया।

‘द बराक डेमोक्रेटिक फ्रंट’ (बीडीएफ) के मुख्य संयोजक प्रदीप दत्ता रॉय ने कहा कि बीडीएफ ने भी लैलापुर में असम पुलिस के छह जवानों और एक आम नागरिक की हत्या के विरोध में बुधवार को 12 घंटे के बराक घाटी बंद का आह्वान किया है।

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Web Title: Tension on Assam-Mizoram border, Assam declares state mourning

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