सरकारी स्कूल का हेडमास्टर बच्चियों को पहले दिखाता था पॉर्न फिर 5 छात्राओं हो बनाया अपनी हवस का शिकार, तलाश जारी
By स्वाति सिंह | Updated: December 16, 2020 15:26 IST2020-12-16T15:15:12+5:302020-12-16T15:26:44+5:30
तेलंगाना के भद्राद्री कोथागुडेम जिले में एक सरकारी स्कूल के प्रिंसिपलने अगस्त 2020 से स्कूल के अंदर 7 से 11 वर्ष की उम्र वाली पांच लड़कियों को कई बार अपनी हवस का शिकार बनाया है।

लक्ष्मीदेवपल्ली के सब-इंस्पेक्टर अंजिया ने बताया कि बच्ची के खुलासे पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया
हैदराबाद: तेलंगाना के भद्राद्री कोथागुडेम जिले में एक सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल पर छात्राओं से रेप के आरोप लगे हैं। बताया जा रहा है कि प्रिंसिपल ने अगस्त 2020 से स्कूल के अंदर 7 से 11 वर्ष की उम्र वाली पांच लड़कियों को कई बार अपनी हवस का शिकार बनाया है।
इस घटना के सामने आने के बाद स्थानीय पुलिस ने आईपीसी की धारा 376 और POCSO अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। फिलहाल, आरोपी टीचर फरार है और पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, लक्ष्मीदेवपल्ली के सब-इंस्पेक्टर अंजिया ने बताया कि बच्ची के खुलासे पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया। इसके बाद शिक्षक को पकड़ने जब टीम उसके घर पहुंची तो आरोपी फरार था। इसके बाद बारी-बारी से चार अन्य छात्राओं के परिजन पुलिस के पास आए और उन्होंने अपनी बच्ची के साथ भी यौन शोषण किए जाने की बात बताई।
एसआई का कहना है कि लॉकडाउन हटने के बाद स्कूल के दो टीचर स्कूल जाने लगे। दोनों बारी-बारी से एक-एक दिन स्कूल जाते थे। जब आरोपी का नंबर आता तो वह स्कूल की छोटी बच्चियों के घर जाकर किसी एक बच्ची को अपने साथ पढ़ाने के बहाने स्कूल ले जाता। यहां बच्चियों को जबरन मोबाइल पर पॉर्न दिखाता और फिर उन्हें डराकर उसका यौन शोषण करता।
वहीं, एक बच्ची की मां ने बताया, 'उनकी बच्ची स्कूल ले जाते कतराती थी तब उसकी मां को भी यही लगता था वह जबरन उसे टीचर के साथ स्कूल भेज देती थीं। उन्होंने बताया 'मैंने सुना है कि वह (आरोपी टीचर) चाकू की नोंक पर बच्चियों को धमकी देता था और डराता था कि वह किसी से यौन शोषण के बारे में न कहें।' पुलिस ने एकीकृत बाल विकास सेवा (ICDS) के अधिकारियों के साथ लड़की को मेडिकल परीक्षण के लिए भेजा है। पुलिस ने कहा कि अन्य बचे लोगों और उनके परिवारों के साथ उनका बयान भी जल्द ही दर्ज किया जाएगा।