पिछली 4 पीढ़ियों से रामलला का वस्त्र सिलने वाले टेलर ने बताया पोशाक में लगेंगे नवरत्न, जानें पोशाक का रंग

By एएनआई | Published: July 29, 2020 04:20 PM2020-07-29T16:20:57+5:302020-07-29T16:21:18+5:30

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर तैयारियां शुरू हो गई है। 5 अगस्त को धूमधाम से अयोध्या में राम मंदिर भूमिपूजन होना है।

Taylor, who stitched Ramlala's clothes for the last 4 generations, said that Navratna will be worn in the dress, know the color of the dress | पिछली 4 पीढ़ियों से रामलला का वस्त्र सिलने वाले टेलर ने बताया पोशाक में लगेंगे नवरत्न, जानें पोशाक का रंग

रामलला का कपड़ा तैयार करते टेलर (एएनआई फोटो)

Highlightsराम मंदिर का मॉडल विश्व हिंदू परिषद का ही रहेगा, लेकिन उसकी लंबाई, चौड़ाई और ऊंचाई बढ़ जाएगी।राम मंदिर की नींव में रखे जाने के लिए बनाए गए चांदी के इस ईंट का वजन 22,600 ग्राम है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार (25 जुलाई) को अयोध्या का दौरा किया था।

नई दिल्ली:अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन 5 अगस्त को होना है। इस भूमि पूजन कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी के अलावा सीएम योगी आदित्यनाथ भी हिस्सा लेंगे। इस बीच अयोध्या के श्री बाबू लाल टेलर्स के वर्तमान मालिक टेलर भगवत प्रसाद ने कहा कि हम राम लला के प्रमुख टेलर हैं।

पिछली चार पीढ़ियों से हमारे यहां से रामलला का वस्त्र सिला जाता है। 5अगस्त के कार्यक्रम के लिए दो पोशाकें तैयार की जा रही हैं-हरी और केसरिया। इस पोशाक में नवरत्न लगेंगे।

पंडित कल्कि राम अध्यक्ष रामादल ट्रस्ट ने कहा कि भूमि पूजन 3, 4, 5 अगस्त को होने जा रहा है इन तीन दिनों के लिए भगवान राम की पोशाक रामा दल ट्रस्ट की तरफ से प्रधानमंत्री के प्रयासों की सफलता और दीर्घायु स्वस्थ जीवन की कामना करते हुए दी जा रही है। ये पोशाक 1 तारीख तक सिल जाएगी। 

राम मंदिर कंस्ट्रक्शन साइट की जमीन के नीचे नहीं रखा जाएगा टाइम कैप्सूल-

अयोध्या में आगामी पांच अगस्त को प्रस्तावित राम मंदिर के भूमि पूजन को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। भूमि पूजन के लिए पवित्र नदियों का जल और तीर्थ स्थलों की पवित्र मिट्टी लाने का सिलसिला भी शुरू हो गया है।

5 अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में भूमि पूजन कर मंदिर निर्माण के लिए शिलान्यास करेंगे। इसी बीच कई मीडिया रिपोर्ट और सोशल मीडिया पर दावा किया गया था कि 5 अगस्त को राम मंदिर कंस्ट्रक्शन साइट की जमीन के नीचे टाइम कैप्सूल रखा जाएगा। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने  टाइम कैप्सूल रखे जाने की बात को गलत और अफवाह बताया है। 

टाइम कैप्सूल (प्रतीकात्मक तस्वीर)
टाइम कैप्सूल (प्रतीकात्मक तस्वीर)

राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया कि 5 अगस्त को राम मंदिर कंस्ट्रक्शन साइट की जमीन के नीचे टाइम कैप्सूल रखे जाने की खबर गलत है और मनगढ़ंत है। मैं सबसे आग्रह करूंगा कि जब राम जन्मभूमि ट्रस्ट की तरफ से कोई अधिकारिक बयान आए तो उसे ही आप सही मानें। 

राम मंदिर निर्माण के आरंभ पर अयोध्या के मंदिरों से दीप जलाकर खुशी मनाने को कहा गया

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या के सभी मंदिरों से भगवान राम के भव्य मंदिर के निर्माण की शुरुआत का उत्सव मनाने के लिए चार और पांच अगस्त को मंदिर परिसरों की अच्छी तरह सफाई करके दीप जलाने को कहा है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार (25 जुलाई) को अयोध्या का दौरा किया था और  शिलान्यास समारोह की तैयारियों का जायजा लिया। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के सदस्यों के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांच अगस्त को अयोध्या आकर राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन कर सकते हैं।

(प्रतीकात्मक तस्वीर)
(प्रतीकात्मक तस्वीर)

विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार के मुताबिक, ''कोविड-19 महामारी के मद्देनजर शिलान्यास का कार्यक्रम स्वास्थ्य मंत्रालय के सभी दिशा निर्देशों का पालन करते हुए आयोजित किया जाएगा। इस धार्मिक अनुष्ठान में चुनिंदा लोग ही शामिल होंगे और अन्य लोग लाइव टेलिकास्ट के माध्यम से सहभागी होंगे।''

कैसा होगा राम मंदिर

ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल ने बताया, राम मंदिर 161 फीट ऊंचा होगा और इसमें 3 की जगह अब 5 गुंबद बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि राम मंदिर का मॉडल विश्व हिंदू परिषद का ही रहेगा, लेकिन उसकी लंबाई, चौड़ाई और ऊंचाई बढ़ जाएगी। उन्होंने कहा कि इसको बनने में तीन से साढ़े तीन साल का वक्त लगेगा। 

(प्रतीकात्मक तस्वीर)
(प्रतीकात्मक तस्वीर)

वहीं, मंदिर के स्वरूप के संबंध में विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के कार्यकारी अध्यक्ष कुमार ने बताया, ''मंदिर के मूल स्वरूप में कोई बदलाव नहीं किया गया है। हालांकि इसमें थोड़ा विस्तार किया गया है। पहले मंदिर के स्वरूप में भूतल और दो मंजिलों का प्रस्ताव था, लेकिन अब इसे तीन मंजिला करने की योजना है। इसके अलावा मंडपों की संख्या भी तीन से बढ़ाकर पांच की जाएगी। सब कुछ ठीक-ठाक रहा ,तो अगले 3 वर्ष में मंदिर का निर्माण पूरा हो जाएगा।''

Web Title: Taylor, who stitched Ramlala's clothes for the last 4 generations, said that Navratna will be worn in the dress, know the color of the dress

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