टाटा करेगा संसद की नई बिल्डिंग का निर्माण, मिला 861.90 करोड़ रुपये का कांट्रेक्ट
By स्वाति सिंह | Updated: September 16, 2020 20:00 IST2020-09-16T20:00:34+5:302020-09-16T20:00:34+5:30
सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के तहत नई इमारत संसद की मौजूदा इमारत के नजदीक बनाई जाएगी और इसके 21 महीनों में पूरा होने की उम्मीद है। केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) के मुताबिक नई इमारत संसद भवन संपदा की प्लॉट संख्या 118 पर बनेगी।

केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) के मुताबिक नई इमारत संसद भवन संपदा की प्लॉट संख्या 118 पर बनेगी।
नई दिल्ली: टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड 861.90 करोड़ रुपये की लागत से संसद भवन की नई इमारत का निर्माण करेगी। अधिकारियों ने बताया कि टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड ने सबसे बोली जीती है। उन्होंने कहा कि एलएंडटी लिमिटेड ने 865 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी।
एक अधिकारी ने कहा, “टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड ने संसद की नई इमारत बनाने का ठेका हासिल किया है।” सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के तहत नई इमारत संसद की मौजूदा इमारत के नजदीक बनाई जाएगी और इसके 21 महीनों में पूरा होने की उम्मीद है। केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) के मुताबिक नई इमारत संसद भवन संपदा की प्लॉट संख्या 118 पर बनेगी।
सीपीडब्ल्यूडी ने कहा कि परियोजना के अमल में आने के पूरी अवधि के दौरान मौजूदा संसद भवन में कामकाज जारी रहेगा। गौरतलब है कि मौजूदा संसद भवन 1911 में बनना शुरू हुआ था। तब अंग्रेजों के शासन के दौर में दिल्ली राजधानी बनी थी। सन 1927 में संसद भवन का उद्घाटन हुआ था। लेकिन आज के समय के हिसाब से संसद भवन में काफी समस्याएं देखी जाने लगी हैं।
सबसे बड़ी समस्या है कि संसद में मंत्रियों के बैठने के लिए तो चैम्बर हैं लेकिन सांसदों के लिए नहीं हैं। साथ ही बिजली सप्लाई का सिस्टम भी पुराना है, जिसके चलते शॉर्ट सर्किट की समस्या होती रहती है। (भाषा इनपुट के साथ )