लाइव न्यूज़ :

बिहार के 149 सरकारी आईटीआई संस्थानों के उन्नयन में सहायता करेगी टाटा टेक्नोलॉजीज

By भाषा | Updated: December 29, 2021 01:04 IST

Open in App

पटना, 28 दिसंबर बिहार राज्य मंत्रिपरिषद ने राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान को सेंटर ऑफ एक्सेलेंस के तौर पर विकसित करने के लिए टाटा टेक्नोलॉजीज के साथ प्रस्तावित एमओयू के मद्देनजर 4606.97 करोड़ रुपये की इस योजना में राज्य सरकार द्वारा वहन की जाने वाली राशि की प्रशासनिक स्वीकृति को मंगलवार को मंजूरी दे दी।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में आज हुई मंत्रिपरिषद की बैठक के बाद मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने बताया कि श्रम संसाधन विभाग के सात निश्चय-2 (2020-2025) के तहत ‘‘युवा शक्ति- बिहार की प्रगति’’ के तहत संस्थानों की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए राज्य के प्रत्येक औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान को उच्च स्तरीय सेंटर ऑफ एक्सेलेंस के तौर पर स्थापित किया जाना प्रस्तावित है।

उन्होंने बताया कि इसके लिए टाटा टेक्नोलॉजीज के साथ सहमति पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर होना है। एमओयू के अनुसार, दो चरणों में सभी राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में मशीनों का क्रय एवं अधिष्ठापन किया जाना है।

संजय ने बताया कि कुल योजना 4606.97 करोड़ रूपये की है, जिसमें 88 प्रतिशत टाटा टेक्नोलॉजीज द्वारा वहन किया जाएगा, शेष 12 प्रतिशत (552.84 करोड़ रूपये) का वहन राज्य सरकार द्वारा किये जाने का प्रस्ताव है।

उन्होंने बताया कि इसके तहत प्रथम चरण वित्तीय वर्ष 2021-22 में कुल 60 राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के उन्नयन के लिए कुल 262.68 करोड़ रूपये एवं द्वितीय चरण वर्ष 2022-23 में कुल 89 राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के उन्नयन के वास्ते कुल 389.66 करोड़ रूपये राज्य सरकार द्वारा वहन किये जाने की प्रशासनिक स्वीकृति मंत्रिपरिषद द्वारा प्रदान की गई है।

संजय ने बताया कि मंत्रिपरिषद द्वारा पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के तहत राजगीर जू सफारी के स्थायी एवं सुचारू संचालन के लिए विभिन्न कोटि के कुल 29 अतिरिक्त पदों के सृजन की स्वीकृति दी गई।

उन्होंने बताया कि मंत्रिपरिषद द्वारा नेचर सफारी, राजगीर के स्थायी एवं सुचारू संचालन के लिए विभिन्न कोटि के कुल 38 पदों के सृजन की स्वीकृति एवं विभिन्न कोटि के कुल 35 वाहनों के क्रय की स्वीकृति दी गई।

संजय ने बताया कि पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के तहत ईको-पर्यटन के विकास के निमित्त ईको-पर्यटन संभाग की स्थापना एवं इस संभाग के लिए विभिन्न कोटि के कुल 224 पदों के सृजन की स्वीकृति मंत्रिपरिषद द्वारा दी गई।

उन्होंने बताया कि शिक्षा विभाग के तहत राज्य सरकार द्वारा स्थापित/संचालित राजकीय महाविद्यालयों की स्थापना एवं शैक्षणिक व्यवस्था संबंधित विश्वविद्यालयों को हस्तांतरित करते हुए इन महाविद्यालयों को संबंधित विश्वविद्यालयों की अंगीभूत इकाई के रूप में मान्यता प्रदान करने की मंत्रिपरिषद द्वारा स्वीकृति प्रदान की गई।

संजय ने बताया कि 22 वैसे अनुमंडलों में राजकीय महाविद्यालयों की स्थापना की स्वीकृति दी गई थी जहाँ कोई डिग्री कॉलेज नहीं था। ऐसे राजकीय महाविद्यालयों को उनके क्षेत्र से संबंधित विश्वविद्यालयों के अधीन किया गया है ताकि प्रबंधन में एकरूपता रहे।

उन्होंने बताया कि आज सम्पन्न मंत्रिपरिषद् की बैठक में कुल 14 एजेंडों पर निर्णय लिया गया।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

क्रिकेटसबसे आगे विराट कोहली, 20 बार प्लेयर ऑफ़ द सीरीज पुरस्कार, देखिए लिस्ट में किसे पीछे छोड़ा

ज़रा हटकेShocking Video: तंदूरी रोटी बनाते समय थूक रहा था अहमद, वीडियो वायरल होने पर अरेस्ट

क्राइम अलर्ट4 महिला सहित 9 अरेस्ट, घर में सेक्स रैकेट, 24400 की नकदी, आपतिजनक सामग्री ओर तीन मोटर साइकिल बरामद

क्रिकेटYashasvi Jaiswal maiden century: टेस्ट, टी20 और वनडे में शतक लगाने वाले छठे भारतीय, 111 गेंद में 100 रन

क्रिकेटVIRAT KOHLI IND vs SA 3rd ODI: 3 मैच, 258 गेंद, 305 रन, 12 छक्के और 24 चौके, रांची, रायपुर और विशाखापत्तनम में किंग विराट कोहली का बल्ला

भारत अधिक खबरें

भारतकथावाचक इंद्रेश उपाध्याय और शिप्रा जयपुर में बने जीवनसाथी, देखें वीडियो

भारत2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, 2025 तक नेता प्रतिपक्ष नियुक्त नहीं?, उद्धव ठाकरे ने कहा-प्रचंड बहुमत होने के बावजूद क्यों डर रही है सरकार?

भारतजीवन रक्षक प्रणाली पर ‘इंडिया’ गठबंधन?, उमर अब्दुल्ला बोले-‘आईसीयू’ में जाने का खतरा, भाजपा की 24 घंटे चलने वाली चुनावी मशीन से मुकाबला करने में फेल

भारतजमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मानित, सीएम नीतीश कुमार ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की

भारतसिरसा जिलाः गांवों और शहरों में पर्याप्त एवं सुरक्षित पेयजल, जानिए खासियत